गर्म तवे पर जीरा, शिमला मिर्च, टमाटर, प्याज भूनने के दौरान इसमें मिला अदरक, लहसून और देगी मिर्च के पेस्ट की वजह से निकलती खुशबू गुजरते राहगीरों को बरबस ही आकर्षित कर रही थी। कदम खुद ब खुद जायके के संगम यानी झक्कास बांबे पाव भाजी की तरफ बढ़ चले। लाजपत नगर के सेंट्रल मार्केट में सात साल पुरानी इस दुकान पर मुंबई के पाव भाजी और गुजरात की मीठी चटनी चटोरी दिल्ली को खूब भाती है। शायद यही कारण है कि यहां लगभग हर समय भीड़ लगी रहती है। खासकर युवाओं का तो यह जायके का ठौर बन चुका है। दिल्ली ही नहीं एनसीआर से आकर लोग पाव भाजी का स्वाद चखते हैं।
मुंबई घूमने के दौरान आया आइडिया
दिल्ली निवासी दुकान मालिक जगमिंदर कहते हैं कि सन 2005 में वो अपने एक दोस्त के साथ मुंबई गए थे। एक दिन मुंबई घूमते हुए भूख लगी तो दोस्त ने बडा पाव और पाव भाजी खिलाया। मुझे, पाव भाजी बहुत पसंद आयी। मैंने सोचा कि दिल्ली के बड़े बाजारों में बर्गर तो मिलता है लेकिन पाव भाजी नहीं। बस फिर क्या था, मैंने अपने एक जानने वाले की दुकान पर ही एक महीने की ट्रेनिंग ली। उनसे पाव भाजी बनाने का गुर सीखा।
सात साल से पसंदीदा ठौर
झक्कास पाव भाजी लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट में सात साल पहले खुली थी। सीमित मेन्यू की वजह से टेस्ट पर ज्यादा ध्यान दिया जाता है। जिसकी वजह से दिल्लीवासियों ने जी भर के सराहना की। अब जायके का सफर लाजपत नगर से होकर पंजाबी बाग सेंट्रल मार्केट, सुभाष नगर ब्लॉक 4, कीर्ति नगर फर्नीचर मार्केट, पंजाबी बाग क्लब रोड पश्चिमपुरी तक पहुंच चुका है।
पाव भाजी में प्यार
कहते हैं कि हम खाने में शुद्धता और चेहरे पर मुस्कान संग ग्राहकों को खाना सर्व करते हैं। यही हमारी यूएसपी भी है। शुद्धता से किसी प्रकार का समझौता नहीं किया जाता है। हम पाव भी खुद ही बनाते हैं एवं भाजी बनाते समय सफाई का बहुत ध्यान देते हैं। अमूल बटर, जीरा, शिमला मिर्च, प्याज, अदरक, लहसून, देगी मिर्च समेत घर पर बनाए गए मसाले से भाजी तैयार की जाती है। प्लेट में सर्व करते समय नींबू, खट्टी मीठी चटनी, धनिया पत्ता जायके में चार चांद लगा देता है। बकौल जगमिंदर मीठी चटनी की तारीफ हर कोई करता है। यह आम की चटनी होती है एवं गुजरात में बनाई जाती है। हम वहां से चटनी मंगवाते हैं।
बडा पाव और दबेली के दीवाने
यहां मेन्यू की तीन कैटेगरी है। बाम्बे पाव भाजी के तहत बटर तड़का पाव भाजी, बटर मसाला पाव भाजी, बटर चीजी पाव भाजी और बिना प्याज-लहसून की बाम्बे जैन पाव भाजी परोसी जाती है। जबकि बाम्बे बडा पाव कैटेगरी के तहत मसाला बडा पाव, चीजी बडा पाव और केवल बडा पाव मिलता है। बाम्बे तवा पुलाव के तहत बटर जैन तवा पुलाव यहां प्रसिद्ध है। जिसमें अदरक लहसून नहीं पड़ता है। एक विशेष मेन्यू दाबेली की है। जिसमें सामान्य दाबेली, चीजी दाबेली सर्व की जाती है। यहां कीमत की किफायती है। महज 15 रुपये से लेकर 100 रुपये तक के बीच में ही जायके का स्वाद चखा जा सकता है। पाव भाजी खा रहे तुषार कहते हैं कि वो दक्षिणी दिल्ली में ही रहते हैं। शापिंग करने जब भी लाजपत नगर आना होता है तो घर पर कुछ नहीं खाते हैं। यहां आकर पाव भाजी जरूर खाते हैं। जबकि सीएम पटेल कहते हैं कि दो साल पहले तक उनकी पोस्टिंग पुणे में थी। वहां लोगों का ब्रेकफास्ट ही यही होता है। एक दिन सेंट्रल मार्केट घूमते हुए उन्होंने यहां पाव भाजी खायी थी। तब से वो जब भी पाव भाजी खाने का मन करता है सीधा यहीं आते हैं।