दिल्ली विश्वविद्यालय के वैश्विक अध्ययन केंद्र ने किया दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के दौरान सर्वेक्षण
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
Delhi Exit Poll Result 2025: दिल्ली विश्वविद्यालय के वैश्विक अध्ययन केंद्र ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 का एग्जिट पोल जारी कर दिया है। यह सीजीएस समीक्षा की श्रृंखला का पंद्रहवां बड़ा चुनावी सर्वेक्षण है, जो पूरी तरह से वैज्ञानिक और योजनाबद्ध तरीके से किया गया था। सर्वेक्षण में अनुमान लगाया गया है कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी (AAP) को 41 सीटें मिल सकती हैं, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को 29 सीटें मिल सकती हैं।
सर्वेक्षण का उद्देश्य और पद्धति
वैश्विक अध्ययन केंद्र द्वारा किए गए इस चुनावी सर्वेक्षण में 63,534 मतदाताओं से उनके मत व्यवहार पर विस्तृत अध्ययन किया गया। यह सर्वेक्षण 11 जनवरी से 3 फरवरी 2025 के बीच आयोजित किया गया था और इसमें दिल्ली की 70 विधानसभा सीटों पर मतदाताओं की राय ली गई। केंद्र के निदेशक प्रो. सुनील के. चौधरी ने इसे भारत के “लोकतांत्रिक उत्थान” के उदाहरण के रूप में बताया और यह भी बताया कि यह सर्वेक्षण साइलेंट वोटर्स (मौन मतदाताओं) के महत्वपूर्ण प्रभाव को दर्शाता है।
मुख्य चुनावी मुद्दे
सर्वेक्षण के दौरान विद्यार्थियों और शोधार्थियों ने मतदाताओं से उन मुद्दों पर चर्चा की, जो चुनावों में महत्वपूर्ण हो सकते थे। प्रमुख मुद्दों में विकास, गवर्नेंस, प्रदूषण, भ्रष्टाचार, शिक्षा, और कल्याणकारी योजनाएं शामिल थीं।
दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के सर्वेक्षण परिणाम
राजनीतिक दल | अनुमानित सीटें | मत प्रतिशत |
आम आदमी पार्टी (AAP) | 41 | 44.90% |
भारतीय जनता पार्टी (BJP) | 29 | 41.00% |
भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस | 0 | 8.30% |
निर्दलीय / अन्य | 0 | 5.80% |
कुल | 70 | 100% |
दस सीटों पर कांटे का मुकाबला
सर्वेक्षण में पाया गया कि कुछ सीटों पर हार-जीत का अंतर बहुत कम हो सकता है, विशेष रूप से बाबरपुर, आदर्श नगर, चांदनी चौक, शालीमार बाग, विश्वास नगर, कालका जी, नई दिल्ली, संगम विहार, बवाना, वज़ीरपुर, नजफगढ़, और लक्ष्मी नगर सीटों पर। इन सीटों पर नतीजे अप्रत्याशित हो सकते हैं।
वैश्विक अध्ययन केंद्र का महत्व
वैश्विक अध्ययन केंद्र, जिसे पहले विकासशील राज्य शोध केंद्र (DCRC) के नाम से जाना जाता था, का इतिहास 1990 में शुरू हुआ था। 2004 में इसे दिल्ली विश्वविद्यालय के सामाजिक विज्ञान संकाय से संबद्ध किया गया था। 2021 में इसका नाम बदलकर वैश्विक अध्ययन केंद्र (CGS) रखा गया। केंद्र का मुख्य उद्देश्य समाज विज्ञान में आलोचनात्मक और वैज्ञानिक शोध को बढ़ावा देना है।
सीजीएस समीक्षा: एक विश्वसनीय चुनावी सर्वेक्षण
‘सीजीएस समीक्षा’ चुनावी इतिहास में भारत का एकमात्र सर्वेक्षण है जो अपने प्रतिदर्श आकार के मामले में किसी अन्य चुनावी सर्वेक्षण संस्थान से अधिक व्यापक है। इसके परिणाम वैज्ञानिक, व्यवहारिक, और विश्वसनीय होते हैं, जो इसे विशेष बनाते हैं।
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