जांच के लिए डीयू कुलपति ने सात सदस्यीय गठित की कमेटी

दी यंगिस्तान संवाददाता, नई दिल्ली

दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) में शुक्रवार को बीबीसी की विवादित डॉक्यूमेंट्री दिखाने को लेकर जमकर हंगामा हुआ। वामपंथी छात्र संगठन डॉक्यूमेंट्री दिखाने पर अड़े थे। लैपटॉप और मोबाइल पर डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई। हालात तब बिगड़ गए जब पुलिस ने हस्तक्षेप किया। छात्र आपा खो बैठे और नतीजा पुलिस और छात्रों में झड़प के रूप में सामने आया। डीयू कुलपति ने हंगामे पर सख्त रुख अख्तियार किया है। कुलपति ने इस मामले में सात सदस्यीय कमेटी गठित की है जो एक हफ्ते के अंदर अपनी रिपोर्ट विश्वविद्यालय प्रशासन को सौंपेगी।

डीयू सूत्रों ने बताया कि कमेटी को कैंपस में कानून और शांति व्यवस्था बनाए रखने का भी जिम्मा सौंपा गया है। डीयू कुलसचिव डॉ. विकास गुप्ता की तरफ से इस संबंध में अधिसूचना जारी की गई। जिसमें कहा गया है कि कुलपति ने परिसर में कानून व्यवस्था और अनुशासन बनाए रखने के लिए यह कमेटी गठित की है। डीयू प्रॉक्टर रजनी अब्बी को अध्यक्ष बनाया गया है जबकि वाणिज्य विभाग के प्रो. अजय कुमार सिंह, संयुक्त प्रॉक्टर प्रो. मनोज कुमार सिंह, सामाजिक कार्य विभाग के प्रो. संजय राय, हंसराज कॉलेज की प्रिंसिपल प्रो. रमा, किरोड़ीमल के प्रिंसिपल प्रो. दिनेश खट्टर व मुख्य सुरक्षा अधिकारी गजे सिंह कमेटी केे सदस्य हैं।

नोटिफिकेशन में कहा गया है कमेटी शुक्रवार यानी 27 जनवरी को आर्ट फैकल्टी के गेट के सामने हुए हंगामे की जांच करेगी। कुछ छात्रों ने डॉक्यूमेंट्री दिखाने की घोषणा की थी, लेकिन पुलिस और डीयू प्रशासन ने छात्रों को ऐसा करने से रोका था। जिसपर खूब हंगामा हुआ था। करीब 24 छात्रों को हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया गया था।

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