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पीएम संग्रहालय में देखे जा सकते हैं प्रधानमंत्रियों के प्रमुख निर्णय संबंधी दस्तावेज

पसंदीदा प्रधानमंत्री के साथ फोटो खिंचाने या कदमताल करने का भी आपको मिलेगा मौका

दी यंगिस्तान विशेष

आजादी के अमृत महोत्सव का जश्न मना देश अमृतकाल में प्रस्थान कर चुका है। आजादी के 75 सालों के इस सफर की कहानी सुनाता है पीएम संग्रहालय….जहां ना केवल प्रधानमंत्रियों के बारे में जानकारी मिलेगी बल्कि उनके द्वारा लिए गए निर्णयों को दर्शक जान सकेंगे। संग्रहालय का हर कोना देशभक्ति की भावना से ओतप्रोत करने वाला है। दर्शक अपने पसंदीदा प्रधानमंत्रियों के साथ फोटो और वीडियो भी बनवा सकते हैं। यही नहीं प्रधानमंत्री आपको पत्र भी लिखेंगे, जिसे तत्काल ईमेल किया जा सकेगा। संग्रहालय में भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी द्वारा प्रयोग किए गए पेन, चश्मा और घड़ी आदि भी देखे जा सकते हैं। पोखरण परमाणु परीक्षण को एलईडी स्क्रीन पर देखना और झटकों को महसूस करना दर्शकों के लिए रोमांचकारी होगा। संग्रहालय में दैनिक जागरण में प्रकाशित कई खबरें भी प्रदर्शित की गई हैं।

नेहरू को मिले उपहारों की प्रदर्शनी

तीन मूर्ति परिसर में दाखिल होते ही सबसे पहले नेहरू स्मारक और संग्रहालय है। यहां देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की जिंदगी को प्रदर्शित किया गया है। बैरिस्टर बनने की यात्रा, स्वतंत्रता की राह पर, नव चेतना के नेता, महात्मा गांधी के साथ, विवाह आदि के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। जिस कमरे में नेहरू जी का देहान्त हुआ था, उसे भी दर्शक देख सकते हैं। कमरे में बेड, कुर्सी, टेबल, सोफा समेत उनके द्वारा प्रयोग किए जाने वाले सामान देख सकते हैं। विभिन्न देशों से नेहरू जी को उपहार स्वरूप मिले सामानों की भी प्रदर्शनी लगाई गई है।

सभी प्रधानमंत्रियों की तस्वीरें

पीएम संग्रहालय का खास आकर्षण वो मुख्य गलियारा है, जिसमें सभी प्रधानमंत्रियों की तस्वीरें लगाई गई हैं। यहां एक बड़ी स्क्रीन पर संसद, तिरंगा झंडा की तस्वीरें उभरती हैं तो देशभक्ति की भावनाएं हिलाेर मारने लगती हैं। संग्रहालय में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के बारे में भी विस्तार से बताया गया है। उनके जन्म, उनकी पढ़ाई, दक्षिण अफ्रीका में हुए घटनाक्रम के साथ उनके विचारों को प्रदर्शित किया गया है। पीएम संग्रहालय में टाइम मशीन खासा आकर्षण का केंद्र बनेगी। दरअसल, टाइम मशीन के जरिए स्वतंत्रता के बाद से अब तक साल दर साल लिए गए प्रमुख निर्णयों को दर्शाया गया है। किस वर्ष कौन सी प्रमुख घटना घटी और प्रधानमंत्री ने क्या निर्णय लिए यह आडियो-वीडियो के जरिए प्रदर्शित किया गया है।

पसंदीदा प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी, वीडियो

संग्रहालय आने वाले दर्शक अपने पसंदीदा प्रधानमंत्री के साथ फोटो भी खिंचवा सकते हैं? चौंकिए नहीं…यह वर्चअुल रिफलेक्ट तकनीक का कमाल है। दरअसल, इस तकनीक की मदद से पहले तो एक बड़े स्क्रीन पर आपको अपने पसंदीदा प्रधानमंत्री को चुनना है। फिर आराम से एक कुर्सी पर बैठ जाना है, कैमरे की तरफ देखना भर है और लीजिए, आपके पसंदीदा प्रधानमंत्री के साथ डिजिटल फोटो तैयार है। इस पूरी प्रक्रिया में 30 सेकेंड से भी कम समय लगता है। यह फोटो आप ईमेल भी करा सकेंगे। इसे प्रधानमंत्री के साथ सेल्फी नाम दिया गया है। यहीं पसंदीदा पीएम के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने का वीडियो बनाकर ईमेल करने की सुविधा है। इसी तरह अपने पसंदीदा प्रधानमंत्री से खुद को पत्र भी लिखवाया जा सकता है। 2047 में भारत को कैसा देखना चाहते हैं? भविष्य का भारत कैसा होना चाहिए, इसे लेकर दर्शक अपने सुझाव दे सकते हैं। संग्रहालय में एक बड़े स्क्रीन पर एक साथ दस से अधिक दर्शक अपने विचार लिख सकते हैं। देश के सभी प्रधानमंत्रियों के लाल किले की प्राचीर से संबोधन भी यहां देखे और सुने जा सकते हैं।

अटल जी की घड़ी, पेन, चश्मा भी प्रदर्शित

एचएमटी ने दस करोड़ घड़ी बनाने का कीर्तिमान हासिल किया तो वो घड़ी पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी को उपहारस्वरूप दी। सन 2000 में यह घड़ी उपहार में दी गई थी। यह घड़ी संग्रहालय में देखी जा सकती है। यही नहीं उनके द्वारा प्रयोग की गई पेन, चश्मा भी प्रदर्शित किएगए हैं। अटल जी के कार्यकाल में लिए गए महत्वपूर्ण निर्णय भी देख सकते हैं। यहां आपरेशन शक्ति का एहसास भी होगा। दरअसल, 1998 में भारत ने पोखरण में परमाणु परीक्षण किया था जिसे आपरेशन शक्ति नाम दिया गया था। संग्रहालय में आपरेशन शक्ति से जुड़े घटनाक्रमों को तो देख ही सकते हैं, एक बड़े एलईडी स्क्रीन पर धमाकों को देखा जा सकता है। खासबात यह है कि जब धमाके होंगे तो फर्श पर कंपन होगी। जिसे महसूस भी किया जा सकेगा।

दैनिक जागरण की खबरें भी प्रदर्शित

पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह पर केंद्रित प्रदर्शनी विदेश नीति, हवाई अड्डो का विस्तार, 19वें राष्ट्रमंडल खेल से लेकर मुंबई पर आतंकी हमले के बाद प्रधानमंत्री का संबोधन देख सकेंगे। यहीं 15वें आम चुनाव से संबंधित खबरें भी पढ़ी जा सकेंगी। दैनिक जागरण द्वारा प्रकाशित खबर को संग्रहालय में प्रमुखता से प्रदर्शित किया गया है। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के आरंभिक जीवन, 1971 युद्ध, बैंकों का राष्ट्रीयकरण, नाथुला संघर्ष पर विस्तार से जानकारी है।

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संग्रहालय का टिकट

पीएम संग्रहालय पदाधिकारियों ने बताया कि 12 वर्ष से अधिक उम्र के दर्शकों के लिए आनलाइन टिकट का दाम 100 रुपये निर्धारित है। यदि संग्रहालय के साथ लाइट एंड साउंड शो देखना चाहते हैं तो 150 रुपये शुल्क लगेगा। संग्रहालय के साथ ताराघर और लाइट एंड साउंड शो देखना चाहते हैं तो 200 रुपये शुल्क देना पड़ेगा। केवल लाइट एंड साउंड शो के लिए 75 रुपये देने पड़ेंगे। पांच से 12 साल के बच्चों के टिकट पर 50 प्रतिशत रियायत दी जाएगी। आफलाइन टिकट, आनलाइन से 10 रुपये अधिक है।

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