आधुनिक साहित्य में नई सोच के प्रतीक
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
भारतीय साहित्य अपने अद्वितीय योगदान और बहुरंगी विविधता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। प्राचीन ग्रंथों से लेकर आधुनिक रचनाओं तक, यहां के लेखकों ने समाज, संस्कृति और मानवीय भावनाओं को गहराई से व्यक्त किया है। प्रस्तुत है भारतीय साहित्य के प्रमुख लेखकों और उनकी कालजयी रचनाओं की एक व्यापक सूची:
प्राचीन साहित्य
- विष्णु शर्मा – पंचतंत्र
- शूद्रक – मृच्छकटिकम्
- वात्स्यायन – कामसूत्र
- जीमूतवाहन – दायभाग
- भर्तृहरि – नीति शतक, श्रृंगारशतक, वैराग्यशतक
- विशाखदत्त – मुद्राराक्षस
- पाणिनी – अष्टाध्यायी
- वेदव्यास – महाभारत, भगवद्गीता
- विज्ञानेश्वर – मिताक्षरा
- कल्हण – राजतरंगिणी
- चाणक्य – अर्थशास्त्र
- कालिदास – कुमारसंभवम्, रघुवंशम्, अभिज्ञान शाकुंतलम्
- जयदेव – गीतगोविन्द
- भवभूति – मालतीमाधव, उत्तररामचरित
मध्यकालीन साहित्य
- अश्वघोष – बुद्धचरितम्
- बाणभट्ट – कादम्बरी
- अमर सिंह – अमरकोष
- दंडी – दशकुमारचरितम्, अवंती सुंदरी
- फिरदौसी – शाहनामा
- सुरदास – साहित्यलहरी, सूरसागर
- कबीरदास – बीजक, रमैनी, सबद
- मलिक मोहम्मद जायसी – पद्मावत
- अबुल फजल – आईने अकबरी, अकबरनामा
- गुलबदन बेगम – हुमायूँनामा
- अलबरूनी – किताबुल हिन्द
आधुनिक साहित्य
- रवीन्द्रनाथ टैगोर – गीतांजलि, गोरा, चाण्डालिका, विसर्जन, हंग्री स्टोन्स
- मैथिलीशरण गुप्त – भारत-भारती
- जयशंकर प्रसाद – कामायनी, आँसू, लहर
- सूर्यकांत त्रिपाठी ‘निराला‘ – अनामिका, परिमल
- महादेवी वर्मा – यामा
- रामधारी सिंह ‘दिनकर‘ – कुरुक्षेत्र, उर्वशी
- प्रेमचंद – गोदान, गबन, कर्मभूमि, रंगभूमि
- अज्ञेय – कितनी नावों में कितनी बार
- सुमित्रानंदन पंत – पल्लव, चिदम्बरा
- वी. एस. नायपॉल – एरिया ऑफ डार्कनेस
- सरोजिनी नायडू – गोल्डेन थ्रेशोल्ड, ब्रोकन विंग्स
- अमृता प्रीतम – डेथ ऑफ ए सिटी, कागज ते कैनवास, फोर्टी नाइन डेज
- खुशवंत सिंह – दिल्ली, द कम्पनी ऑफ वीमेन, इन्दिरा गांधी रिटर्न्स
- डॉ. एस. राधाकृष्णन – इंडियन फिलॉसफी
- आर. के. नारायण – मालगुडी डेज, गाइड, डार्क रूम, माइ डेज
अन्य प्रमुख रचनाएँ
- शरतचंद्र चट्टोपाध्याय – देवदास, चरित्रहीन
- देवकीनंदन खत्री – चंद्रकांता
- मोरारजी देसाई – नेचर क्योर
- काजी नजरुल इस्लाम – अग्निवीणा
- शिवानंद – डिवाइन लाइफ
- अरविंद घोष – लाइफ डिवाइन, ऐशेज ऑन गीता
- इंदिरा गांधी – इंटरनल इंडिया
- विजय तेंदुलकर – सखाराम बाइंडर
इन रचनाओं ने न केवल भारतीय साहित्य को वैश्विक पहचान दी, बल्कि भारतीय समाज, संस्कृति और इतिहास को भी समृद्ध किया। आज भी ये कृतियाँ साहित्य प्रेमियों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनी हुई हैं।