श्री अरविन्द महाविद्यालय, दिल्ली विश्वविद्यालय तथा संस्कृतभारती के संयुक्त तत्त्वावधान में दशदिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर का शुभारंभ 01 फरवरी 2023 प्रातः 10:45 से किया गया। संस्कृत संभाषण शिविर के उद्घाटन समारोह की अध्यक्षता महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. डॉ० विपिन कुमार अग्रवाल जी के द्वारा किया गया। उन्होंने अपने अध्यक्षीय उद्बोधन में संस्कृतभारती का आभार जताते हुए इस शिविर की आवयश्यकता और इसके महत्त्व का वर्णन किया । उन्होंने महाविद्यालय के संस्कृत विभाग और संस्कृत भारती द्वारा किए गए इस पहल का श्रेय महाविद्यालय के संस्कृत विभाग के सहायक प्राध्यापक श्री नरेन्द्र वर्मा और श्री पिंटू कुमार को दिया और छात्रों को संस्कृत सीखने के लिए प्रेरित भी किया ।
इस समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में संस्कृतभारती, देहली प्रान्त के प्रान्त संगठनमन्त्री माननीय श्री विवेक कौशिक जी ने प्राचार्य प्रो. डॉ० विपिन कुमार अग्रवाल महोदय के साथ मिलकर दीप प्रज्वलन के द्वारा संस्कृत संभाषण शिविर का उद्घाटन किया। साथ ही साथ मुख्यातिथि द्वारा छात्र-छात्राओं को संस्कृत भाषा के वैज्ञानिक पक्ष को उदाहरण सहित बताया। उन्होंने छात्रों को संभाषण शिविर के माध्यम से संस्कृत सीखने के लिए प्रेरित करते हुए नित संस्कृत भाषण से होने वाले स्वास्थ्य लाभ के बारे भी परिचय कराया ।
कार्यक्रम के प्रारम्भ में मङ्गलाचरण महाविद्यालय के संस्कृत विभाग के छात्र प्रतीक एवं नीरज ने प्रस्तुत किया तथा हिमांशी, अवंतिका और प्रियंका ने संस्कृत में वाग्देवी सरस्वती जी की वंदना करने के पश्चात् अतिथि हेतु स्वागतगीत भी गाए।
संभाषण शिविर के मुख्य शिक्षक के रूप में श्रीमान् दीपक पाण्डेय जी तथा सहायक शिक्षक श्रीमान राम गोपाल जी ने छात्र छात्राओं को आज संस्कृत में परिचय देना एवं किसी से संस्कृत में उनका परिचय पूछना सिखाया। इस प्रथम दिवस पर सामान्य शब्दों, संख्याओं और छोटे-छोटे वाक्यों को संस्कृत में बोलना सिखाया। शिविर में अनुकरण और सरल पद्धति के द्वारा संस्कृत सम्भाषण का अभ्यास कराया जा रहा है।
इस दश दिवसीय संस्कृत संभाषण शिविर के उद्घाटन सत्र में 100 से अधिक छात्र-छात्राओं ने भाग लिया है। इस समारोह में महाविद्यालय के अन्य शिक्षक गण उपस्थित रहे व समारोह का संचालन संस्कृत विभाग के रितिका रानी तथा प्रतीक तिवारी के द्वारा किया गया।