PM Narendra Modi Speech on Independence Day: आज स्वतंत्रता दिवस के साथ-साथ श्री अरबिंदो की 150वीं जयंती भी पूर्ण हो रही है” “यह वर्ष स्वामी दयानंद की 150वीं जयंती, रानी दुर्गवाती की 500वीं जयंती और मीराबाई के जन्म के 525 वर्षों का भी वर्ष है”

–जनसंख्या की दृष्टि से भी हम नंबर एक देश हैं. इतना विशाल देश, के हमारे परिवारजन आज हम आजादी का पर्व मना रहे हैं।

–कोटि कोटि जनों को देश और दुनिया में भारत को प्यार करने वाले, सम्मान करने वाले कोटि कोटि जनों को मैं इस पर्व की अनेक अनेक शुभकामनाएं देता हूं। 

— मेरे परिवारजन पूज्य बापू के नेतृत्व में जिन लोगों ने बलिदान दिए, ऐसे अनगिनत वीरों को मैं नमन करता हूं।

देश मणिपुर के साथ

–मणिपुर में पिछले दिनों हिंसा का दौर चला. लेकिन कुछ दिनों से लगातार शांति की खबरें आ रही हैं. देश मणिपुर के लोगों के साथ है. लोग शांति के पर्व को आगे बढ़ाए. शांति से ही रास्ता निकलेगा. केंद्र और राज्य सरकार शांति बनाए रखने के लिए भरपूर प्रयास कर रही और करती रहेगी।

प्राकृतिक आपदा से नुकसान

–इस बार प्राकृतिक आपदा ने देश के कई हिस्सों में अकल्पनीय संकट पैदा कर दिया है. मैं इसका सामना करने वाले सभी परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं. राज्य-केंद्र सरकार मिलकर उन सभी संकटों से मुक्त होकर तेजी से विकास की ओर आगे बढ़ेंगी, ये विश्वास दिलाता हूं.

–मैं उन सभी बहादुर दिलों को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं जिन्होंने भारत के स्वतंत्रता संग्राम में अपना योगदान दिया. पीएम मोदी ने कहा, इस कालखंड के फैसले हजार साल के स्वर्णिम इतिहास लिखेंगे। 

युवाओं का सौभाग्य

–देश के नौजवानों से कहा कि- आपको जो सौभाग्य मिला, ऐसा सौभाग्य शायद ही किसी के नसीब होता है। इसे गंवाना नहीं हैं।

–युवा शक्ति पर मेरा भरोसा है।

–युवाओं के पास आज अवसर की कमी नहीं हैं, हजारों अवसर उपलब्ध है।

–सरकार की नीतियां युवा सामर्थ्य को बल देने क ेलिए है।

-युवाओं की वजह से भारत दुनिया में पहले तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में शामिल हुआ।

–दुनिया टेक्नोलाजि ड्रिवन है, इसमें भारत की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

–जी 20 समिट में पिछले दिनों बाली गया था। दुनिया के विकसित देशों के मुखिया भारत में डिजिटल क्रांति के बारे में जानने के इच्छुक थे।

टीयर 2 एवं 3 के युवा कर रहे नाम रोशन

–भारत में अब मेट्रो सिटी ही नहीं बल्कि टीयर 2,3 के युवा देश का नाम रोशन कर रहे हैं।

–छोटे शहर, कस्बे आकार और आबादी में छोटे हो सकते हैं लेकिन आशा और आकांक्षा, प्रयास और प्रभाव किसी से कम नहीं है।

–खेलों की दुनिया में झुग्गी झोपडी से निकले बच्चे पराक्रम दिखा रहे हैं।

–आज देश प्रगति के रास्ते पर चल पडा है तो इसमें मातृशक्ति, किसानों, मजदूरों, श्रमिकों का योगदान है। मेरे प्रिय परिवारजनों के कोटि-कोटि जनों का योगदान है।

–ये 140 करोड लोग मेरे परिवारजन है। मेरे देश को आगे बढाने में प्रोफेशनल्स की भी बडी भूमिका है। शिक्षक, आचार्य, यूनिवर्सिटी, गुरूकुल हो। सभी पूरी ताकत से देश को आगे बढाने में लगे हुए हैं।

–राष्ट्रीय चेतना एक ऐसा शब्द है, जो हमें चिंताओं से मुक्त कर रहा है। आज वह राष्ट्रीय चेतना यह सिद्ध कर रही है कि भारत का सबसे बडा सामर्थ्य बना है हमारा भरोसा।

–विश्व का भी भारत के प्रति विश्वास बढा है। ये विश्वास हमारी नीतियों, रीति का है।

–जी 20 के लिए हाल में कई काय्रक्रम हुए। आज दुनिया भारत के बारे में जानना चाहती है।

–दुनिया की कोई भी एजेंसी हो, वो भारत का गौरव गाथागा रही है।

–भारत का सामर्थ्य और विश्वास नई बुलंदियों को पार करने वाली हैं

–आज देश में जी-20 समिट की मेहमाननवाजी का मौका मिला. जी-20 के देशभर के कोने में अलग अलग आयोजन हुए हैं. इससे सामान्य मानवीय के सामर्थ्य का दुनिया के सामने परिचय हुआ है. भारत को जानने समझने की जरूरत बढ़ी है.

–भारत का एक्सपोर्ट तेजी से बढ़ा है. एक्सपर्ट कह रहे हैं कि भारत रुकने वाला नहीं है।

कोरोना के बाद दुनिया ने भारत की शक्ति पहचानी

— कोरोना काल के बाद दुनिया नए सिरे से सोचने लगी है।

–मैं विश्वास से देख रहा हूं कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद दुनिया ने जो आकार लिया था, कोरोना के बाद ग्लोबल ऑर्डर, नया पॉलिटिकल इक्वेशन आगे बढ़ रहा है. इसके जरिए परिभाषाएं बदल रही हैं. बदलते हुए विश्व को आकार देने में 140 करोड़ भारतीयों का सामर्थ्य नजर आ रहा है. आप निर्णायक मोड़ पर खड़े हैं. कोरोना में लोगों ने आपके सामर्थ्य को पहचाना है. 

–बदलते हुए विश्व को शेप देने में मेरे 140 करोड देशवासियों का सामर्थ्य नजर आ रहा है।

–कोरोना काल में भारत ने जिस प्रकार देश को आगे बढया, दुनिया ने हमारी क्षमता पहचानी।

–जब दुनिया की बडी बडी देशों की अर्थव्यवस्था, सप्लाई चेन प्रभावित हुई थी। हमने कहा था कि दुनिया की अर्थव्यवस्था मानवीय संवेदना केंद्रित होनी चाहिए।

–आज भारत ग्लोबल साउथ की आवाज बन रहा है।

–ग्लोबल इकोनामी, ग्लोबल सप्लाई चेन में भारत की हिस्सेदारी जो भारत ने कमाई है, वो दुनिया में स्थिरता की गारंटी है।

–हमारी हर कदम, योजना का मूल राष्ट्र प्रथम है।

रिफार्म परफार्म और ट्रांसफार्म

–2014 में देशवासियों ने स्थिर, मजबूत सरकार बनाई। इससे मोदी में रिफॉर्म की हिम्मत आयी। जब मोदी ने एक के बाद एक रिफाम्र किए तो ब्यूरोक्रेसी ने ट्रांसफार्म करने के लिए परफार्म करने की जिम्मेदारी बखूबी निभाई। इससे जनता जुडी तो ट्रांसफार्म होता नजर आ रहा है। रिफार्म, परफार्म और ट्रांसफार्म भारत की नई गाथा लिख रहा है।

अलग अलग मंत्रालयों का गठन

–दुनिया को स्किल की जरुरत है, हमने स्किल मंत्रालय बनाया1

–हमने जल शक्ति मंत्रालय बनाया, यह जल शक्ति मंत्रालय हमारे देश के एक एक वासी के लिए पीने के शुद्ध पानी पहुंचे, पर्यावरण की रक्षा के प्रति संवेदनशील व्यवस्था विकसित हो इसपर बल दे रहे हैं।

-कोरोना के बाद होलिस्टिक केयर समय की मांग है। हमने अलग आयुष मंत्रालय बनाया। आज आयुष दुनिया में अपनी पहचान बना रहा है।

— मतस्य पालन के कल्याण के लिए अलग से मतस्य,पशुपालन, डेयरी के लिए अलग मंत्रालय का गठन किया।

–देश के सभी हिस्से में लोकतांत्रिक मूल्यों को मजबूत करने के लिए अलग सहकारिता मंत्रालय का गठन किया।

सरकार की उपलब्धियां

–जब हम 2014 में आए थे तो देश वैश्विक अर्थव्यवस्था में 10वें नंबर पर थे। आज 140 करोड देशवासियों का पुरुषार्थ रंग लाया है। हम विश्व की अर्थव्यवस्था में 5वें नंबर पर पहुंच गए हैं।

–जब भ्रष्टाचार का राक्षस देश को दबोचे हुए थे। लाखों करोड के घोटाले उजागर हुए थे। हमने लीकेज बंद किया।

सरकार की उपलब्धियों का हिसाब

–तिरंगे को साक्षी मानकर मैं दस साल का हिसाब देशवासियों को दे रहा हूं।

–दस साल पहले राज्यों को तीस लाख करोड रुपये जाते थे, पिछले नौ साल में यह आंकडा सौ लाख करोड पहुंचा है।

–पहले स्थानीय निकाय के विकास के लिए भारत सरकार के खजाने से 70 हजार करोड रुपये जाता था आज वो 3 लाख करोड से ज्यादा जा रहा है।

–पहले गरीबों का घर बनाने के लिए 90 हजार करोड रुपये खर्च होता था आज वोचार गुना होकर चार लाख करोड से अधिक हो चुका है।

–पहले गरीबोंं को यूरिया को सस्ता मिले, जो यूरिया का बैग दुनिया के कई देशों में 3000 रुपये में मिलती है, वो हमारे देशवासियों को 300 रुपये में मिले, इसके लिए देश की सरकार 10 लाख करोड रुपया सब्सिडी दिया।

–मुद्रा योजना के लिए 20 लाख करोड से अधिक दिए।

–8 करोड लोगों ने कारोबार शुरू किया है। प्रत्येक कारोबारी ने एक या दो लोगों को रोजगार दिया है।

–एमएसएमई को साढे तीन लाख करोड की मदद से कोरोना के संकट में भी ताकत दी, मरने नहीं दिया।

–वन रैंक वन पेंशन के लिए भारत की तिजोरी से 70 हजार करोड रुपये दिए गए।

–हर कैटेगरी में पहले की तुलना में अनेक गुना फंड जारी किए गए।

–इतना ही नहीं,हमने, इन सारे प्रयासों का परिणाम है कि पांच साल के मेरे कार्यकाल में साढे तेरह करोड गरीब भाई बहन गरीबी की जंजीरों को तोडकर नियो मिडिल क्लास से बाहर आए हैं।

–जब साढे तेरह करोड लोग, गरीबी की मुसीबत से बाहर निकलते हैं तो कैसी कैसी योजना मदद की। आवास योजना, पीएम स्वनिधि से 50 हजार करोड रुपये रेहडी पटरी वालों तक पहुंचाया।

–हमने पीएम सम्मान निधि में ढाई लाख करोड रुपये सीधे किसानों के खाते में भेजे।

–जल जीवन मिशन के तहत हर घरमें शुद्ध जल पहुंचे इसके लिए दो लाख करोड रुपये खर्च किया है।

–आयुष्मान भारत योजना, ताकि गरीब को दवाई मिले,अच्छा इलाज मिले इसके लिए 70 हजार करोड रुपये हमने लगाया है।

—आपको याद होगा, कोरोना वैक्सीन के लिए हमने 40 हजार करोड रुपये लगाए। आपको जानकार खुशी होगी कि पशुधन टीका के लिए 15 हजार करोड रुपये लगाए।

नई योजनाएं होंगी शुरू

–आने वाले विश्वकर्मा जयंती पर 13-15 हजार करोड रुपये, परंपरागत, कौशलवाले लोग है, ज्यादातर ओबीसी समुदाय से है। हमारे सुतार हों, कपडे धोने वाले, बाल काटने वाले हों, एक नई ताकत देने के लिए हम विश्वकर्मा जयंती पर विश्वकर्मा योजना लॉंच करेंगे।

–जन औषधी केंद्रों ने मध्यम वर्ग परिवार को एक नई ताकत दी है। जो दवाई बाजार में 100 रुपये में मिलती है वो हमने जन औषधी केंद्रों में 10रुपया 15 रुपये में दी। आज देश में दस हजार जन औषधी केंद्र है। मध्यम वर्ग परिवारों के इससे 20 हजार करोड रुपये बचे हैं।

–आज जन औषधी केंद्र की सफलता को देखते हुए मैंघोषणा करता हूं कि 10 हजार औषधी केद्र से 25 हजार औषधी केंद्र करने को लेकर कार्य कर रहे हैं।

महंगाई पर नियंत्रण

–पीएम मोदी ने कहा, जब इनकम टैक्स में छूट बढ़ती है, तो सबसे ज्यादा लाभ सैलरी क्लास को होता है. मेरे परिवारजनों विश्व कोरोना के बाद उभर नहीं पाया है. युद्ध ने नई मुसीबत पैदा की है. दुनिया महंगाई के संकट से जूझ रही है. हम भी दुनिया से सामान लाते हैं, हमारा दुर्भाग्य है कि महंगाई इंपोर्ट करनी पड़ती है. भारत ने महंगाई पर नियंत्रित रखने के लिए कई प्रयास किए हैं. हमेंं सफलता भी मिली है. दुनिया से अच्छी स्थिति हमारे लिए है, यह सोचकर हम बैठ नहीं सकते. हमारा लक्ष्य देश को महंगाई से छुटकारा दिलाना है. इसके लिए हमारे प्रयास जारी रहेंगे. 

–यह मेरी गारंटी है कि आने वाले पांच सालों में देश विश्व की तीन अर्थव्यवस्था में जगह बना लेगा।

— शहर के अंदर जो कमजोर लोग रहते हैं, मध्यम वर्ग जो अपने खुद के घर का सपना देख रहे हैं। हम उनके लिए एक योजना लेकर आ रहे हैं। हम बैंक लोन में राहत देकर लाखों लोगों की मदद करेंगे।

–इनकम टैक्स की सीमा बढने से आज सबसे अधिक लाभ मिडिल क्लास को होता है।

–2014 से पहले इंटरनेट डेटा महंगा था, आज सस्ते डेटा है।

–आज दुनिया महंगाई के संकट से जूझ रहे हैं। हम भी दुनिया से सामान इंपोर्ट करने के साथ महंगाई भी इंपोर्ट करना पडता है। भाररत ने महंगाई को नियंत्रित करने के लिए कुछ प्रयास किए हैं। दुनिया से हमारी स्थिति अच्छी है, इससे हम संतोष नहीं कर सकते। हमारी कोशिश है कि हमारे परिवारजनों को राहत मिले।

–पीएम मोदी ने कहा, हम खिलाड़ियों को स्पेशल ट्रेनिंग दे रहे हैं. आज भारत पुरानी सोच पुराने ढर्रे को छोड़कर लक्ष्यों को प्राप्त करने की दिशा में काम कर रहा है।

शिलान्यास ही नहीं उद्घाटन भी

–जैसा हम कहते हैं कि जिन योजनाओं का शिलान्यास हम करते हैं, उन योजनाओं का उद्घाटन भी हम करते हैं।

–हमने आजादी के अमृत महोत्सव में 50 हजार अमृत सरोवर की कल्पना की थी. आज 75000 अमृत सरोवर बनाने पर काम चल रहा है. जन धन खाते खुलवाना,18000 गांवों तक बिजली पहुंचाना, बेटियों के लिए शौचालय बनाना. समय से पहले हम लक्ष्यों तक पहुंच रहे हैं।

–200 करोड़ वैक्सीनेशन का काम हुआ. ये सुनकर लोग चौंक जाते हैं। य

–सबसे तेज गति से दुनिया में 5जी को रोल आउट करने वाले देश है। अब हम 6G की तैयारी कर रहे हैं। 

–भारत की एकता को जीना, भारत की एकता को आंच आए न ऐसी मेरी भाषा होगा न मेरा ऐसा कदम होगा, इस सोच से आगे बढ़ना है. हम सबको एकता के भाव के साथ आगे बढ़ना है.

—हमें हमारे देश को विकसित देश के रूप में देखना है, तो श्रेष्ठ भारत को जीना होगा.

–हमारे शब्द की ताकत होगी तो श्रेष्ठ होगी. हमारे फैसला लेने की क्षमता होगी, तो श्रेष्ठ होगी.

–आज भारत गर्व से कह सकता है कि सबसे ज्यादा महिला पायलट कहीं हैं, तो भारत में हैं.।

–वुमेन सेल्फ ग्रुप के जरिए हम 2 करोड़ लखपति दीदी का लक्ष्य लेकर काम कर रहे हैं. हम नारी शक्ति को बढ़ावा देने पर काम कर रहे हैं।

हमारी बेटियों की सुरक्षा समाजिक-परिवारिक दायित्व- पीएम

–आतंकी हमलों में कमी आई है. नक्सली घटनाएं कम हुई हैं.

–असंतुलित विकास का हम शिकार रहे हैं. हमें संतुलित विकास को बल देना है. हमारे शरीर का कोई अंग अविकसित रहे, तो हमारा शरीर विकसित नहीं माना जाएगा. वैसे ही भारत का भूभाग विकास से दूर रहे तो हम ये नहीं मान सकते कि हमारी भारत माता का विकास हुआ है.

—मेरे परिवारजनों भारत लोकतंत्र की जननी है. भाषाएं अनेक हैं. हमें आगे बढ़ना है. देश की एकता की बात करता हूं मणिपुर में हिंसा होती है, माहाराष्ट्र में दुख होता है. असम में बाढ़ आती है, दुख केरल में होता है. हमारी बेटियों पर अत्याचार न हो ये हमारा समाजिक और परिवारिक दायित्व है. 

–2047 हमें यदि भारत को विकसित बनाना है तो हमें एक भारत-श्रेष्ठ भारत के मंत्र को जीना होगा, चरितार्थ करना होगा।

–2014 में जीरो डिफेक्ट, जीरो इफेक्ट कहा था, दुनिया के किसी भी टेबल पर भारतीय उत्पाद हो तो विश्वास होना चाहिए। अब हमें श्रेष्ठता का भाव लेकर चलना होगा।

–मेरे परिवारजनों आजतक भारत के जो बॉर्डर विलेज हैं, वाइब्रेंट बॉर्डर विलेज शुरू किए हैं. उसे अभी तक देश का आखिरी गांव कहा जाता था. लेकिन अब वो देश का पहला गांव है. सीमावर्ती 600 गांवों के प्रधान आज लाल किले पर स्वतंत्रता दिवस कार्यक्रम का हिस्सा बनने आए हैं. 

–रिजनल एस्पिरेशन को लेकर आगे बढना है।

—आदिवासियों के विकास पर जोर। पिछले नौ वर्षों में तटीय क्षेत्रों, आदिवासी, पहाडी क्षेत्रों में विकास को बल। पर्वतमाला, भारत माला योजना से समाज को बल दिया।

–गैस की पाइप लाइन से पूर्वी भारत को बल दिया।

–मातृभाषा में पढाई पर बल दिया।

— सपने अनेक हैं, नीतियां स्पष्ट हैं. नियत के सामने सवालिया निशान नहीं है, लेकिन कुछ सच्चाइयों को स्वीकार करना पड़ेगा। उसके समाधान के लिए आज लाल किले से आपकी मदद मांगने आया हूं।

–आपका आशीर्वाद मांगने आया हूं. अनुभव के आधार पर कह रहा हूं गंभीरता पूर्वक उन चीजों को हमें लेना होगा।

–आजादी के अमृतकाल में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, दुनिया में विकसित भारत का तिरंगा झंडा होना चाहिए. रत्तीभर हमें रुकना नहीं है. सुचिता, पार्दशिता, निष्पक्षता की जरूरत है।

–हम इस मजबूती को जितना खाद पानी दे सकते हैं, ये हमारा सामूहिक प्रयास होना चाहिए। भारत के समार्थ्य में कभी कमी नहीं थी. जो देश कभी सोने की चिड़िया था. 2047 में जब देश आजादी के 100 साल मनाएगा, तो भारत विकसित देश होगा।

–भारत की पहचान आज दुनिया में विश्व मित्र के रूप में बनी है।

–भारत ने दुनिया के सामने वन सन, वन वर्ल्ड, वन ग्रिड का दर्शन दिया।

–कोविड के बाद हमने दुनिया से कहा वन अर्थ, हेल्प होना को चरितार्थ करना होगा।

–हमने जी 20 समिट के लिए दुनिया से कहा है कि वन वर्ल्ड, वन फैमली, वन फ्यूचर का दर्शन दिया।

–पर्यावरण के लिए हमने लाइफ का दर्शन दिया।

तीन बुराईयों से लडना होगा

–पीएम मोदी ने 3 बुराइयों भ्रष्टाचार-परिवारवाद और तुष्टीकरण के खिलाफ लड़ने की अपील की. ये ऐसी चीजें हैं, जो हमारे देश के लोगों की आकांक्षाओं पर सवालिया निशान खड़े करती हैं।

–हमें भ्रष्टाचार की लड़ाई को आगे बढ़ाना है. पीएम मोदी ने कहा, भ्रष्टाचार और परिवारवाद ने देश को जकड़कर रखा है. इससे देश का दुर्भाग्य हुआ है. आज देश में ऐसी विकृति आई है. परिवारवादी पार्टियां का जीवन मंत्र ही यही है कि उनका राजनीतिक दल परिवार का, परिवार के द्वारा और परिवार के लिए है. ये सामर्थ्य को स्वीकार नहीं करते हैं. 

— हमें पूज्य बापू, वीरांगनाओं, बलिदानियों के सपनों का भारत बनाना है।

–2014 में मैं, परिवर्तन का वादा लेकर आया था। आपने मेरे उपर भरोसा किया, मैंने पूरी कोशिश की। जो वादा था वो विश्वास में बदल गया। मैंने रिफार्म, परफार्म, ट्रांसफार्म का वादा निभाया।

–मैंने देश की सेवा की है, नेशन फर्स्ट के भाव से सेवा की। 2019 में परफार्मेंस के आधार पर आप सब ने दोबारा विश्वास जताया।

–आने वाले 5 साल अभूतपूर्व विश्वास के है। 2047 के विकसित भारत के सपने को साकार करने का सबसे बडा स्वर्णिम पल आने वाले 5 साल हे।

–अगली बार 15 अगस्त से इसी लाल किले से मैं आपको देश की उपलब्धियां, सफलता, गौरवगान अधिक आत्मविश्वास के साथ प्रस्तुत करुंगा।

–परिवारजनों, मैं आपके बीच से निकला हूं। आपके लिए जीता हूं। मुझे सपना भी आता है तो आपके लिए आता है। यह इसलिए नहीं, कि आपने मुझे दायित्व दिया है। यह इसलिए कि आप मेरे परिवार के सदस्य है। आप के सपनों कोचूरचूर होते नहीं देख सकता।

–आपके सपनों को सिद्धि तक ले जाने के लिए आपके साथी की तरह संकल्प लेकर चलने वाला इंसान हूं।

Spread the love

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here