दुनिया के अन्य देशों में NAFIS सरीखी प्रणाली कैसे कर रही है काम

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

राष्ट्रीय स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली (NAFIS) एक अत्याधुनिक तकनीकी प्रणाली है जो अपराधों के समाधान में तेजी लाने और अपराधियों की पहचान में मदद करने के लिए विकसित की गई है। भारत में इसे लागू करने से पुलिस विभागों को संदिग्धों की पहचान त्वरित और सटीक तरीके से करने में मदद मिल रही है। NAFIS न केवल अपराधियों की पहचान करने का एक प्रभावी उपकरण है, बल्कि यह कानून प्रवर्तन एजेंसियों को एक केंद्रीय डिजिटल डेटाबेस से जोड़ता है, जिससे अपराधों को हल करने में समय की बचत होती है। इस प्रणाली का उपयोग दुनियाभर में किया जा रहा है, और विभिन्न देशों में इसके प्रभावी परिणाम सामने आ रहे हैं। इस आर्टिकल में हम NAFIS की कार्यप्रणाली, भारत में इसके महत्व, सरकार के प्रयासों और इसे लेकर अन्य देशों में प्राप्त प्रतिक्रियाओं पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

राष्ट्रीय स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली (NAFIS) क्या है?

राष्ट्रीय स्वचालित फिंगरप्रिंट पहचान प्रणाली (NAFIS) एक उन्नत तकनीकी प्रणाली है जिसका उद्देश्य अपराधों की त्वरित और प्रभावी जांच करना है। यह प्रणाली फिंगरप्रिंट्स का डिजिटल संग्रहण, उसकी तुलना और पहचान करने के लिए बनाई गई है। NAFIS का मुख्य उद्देश्य अपराधियों की पहचान करना और विभिन्न अपराधों को जल्दी हल करना है। यह प्रणाली पुलिस और अन्य कानून प्रवर्तन एजेंसियों को संदिग्धों के फिंगरप्रिंट्स को एक केंद्रीय डेटाबेस से मिलाकर त्वरित पहचान करने में मदद करती है।


NAFIS की कार्यप्रणाली:

NAFIS प्रणाली में अपराधियों और संदिग्धों के फिंगरप्रिंट्स को एकत्रित किया जाता है और उन्हें एक केंद्रीय डेटाबेस में संग्रहीत किया जाता है। जब किसी अपराधी या संदिग्ध की पहचान करनी होती है, तो उसके फिंगरप्रिंट्स को सिस्टम में डाला जाता है और यह तुरंत केंद्रीय डेटाबेस से तुलना की जाती है। इस प्रक्रिया में यदि किसी अन्य व्यक्ति के फिंगरप्रिंट से मेल खाता है, तो इसका पता चलता है और पुलिस को सही जानकारी प्राप्त होती है। यह प्रक्रिया बहुत ही तेज और प्रभावी होती है, जिससे अपराधों के समाधान में समय की बचत होती है और अपराधियों को पकड़ने में आसानी होती है।

NAFIS के मुख्य लाभ:

  1. तुरंत परिणाम: NAFIS फिंगरप्रिंट्स की तुलना जल्दी करती है, जिससे संदिग्ध की पहचान बहुत तेजी से हो जाती है। यह प्रक्रिया अपराधियों को पकड़ने में मदद करती है और जांच में समय की बचत होती है।
  2. डेटाबेस का प्रभावी उपयोग: यह प्रणाली एक केंद्रीय डेटाबेस पर आधारित होती है जिसमें देशभर के फिंगरप्रिंट्स को संग्रहित किया जाता है। जब किसी संदिग्ध का फिंगरप्रिंट डाला जाता है, तो इसे तुरंत डेटाबेस से मिलाकर तुलना की जाती है, जिससे जांच का समय घटता है।
  3. गायब व्यक्तियों की पहचान: केवल अपराधियों की पहचान ही नहीं, बल्कि गायब व्यक्तियों के मामलों को भी हल करने में यह प्रणाली मदद करती है। यदि किसी व्यक्ति के फिंगरप्रिंट्स पहले से डेटाबेस में संग्रहित हैं, तो उसे आसानी से ढूंढा जा सकता है।
  4. समाज की सुरक्षा: NAFIS का उपयोग सुरक्षा एजेंसियों द्वारा अपराधियों को पकड़ने के लिए किया जाता है, जिससे समाज की सुरक्षा में सुधार होता है। यह प्रणाली अपराधियों को पकड़ने की दर को बढ़ाती है और अपराधों के समाधान में तेजी लाती है।

भारत में NAFIS की अहमियत:

भारत में अपराधों की संख्या दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है और अपराधियों की पहचान में देरी हो रही थी। ऐसे में NAFIS जैसी प्रणाली की अहमियत और बढ़ गई है। भारत में इस प्रणाली की शुरुआत 2017 में हुई थी और इसे धीरे-धीरे पूरे देश के पुलिस विभागों में लागू किया जा रहा है। NAFIS की सहायता से, भारत में अपराधों की पहचान और समाधान की प्रक्रिया तेज़ हो गई है। यह प्रणाली न केवल पुलिस अधिकारियों को संदिग्धों के बारे में जल्दी जानकारी प्राप्त करने में सक्षम बनाती है, बल्कि यह अपराधियों को पकड़ने में भी मदद करती है।

सरकार के प्रयास:

भारतीय सरकार ने इस प्रणाली को लागू करने के लिए कई कदम उठाए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने NAFIS के कार्यान्वयन के लिए तकनीकी सहायता प्रदान की है। इसके अलावा, सरकार ने राज्य सरकारों के साथ मिलकर पुलिस अधिकारियों को प्रशिक्षण देने के लिए कार्यक्रम भी शुरू किए हैं। इसके तहत, राज्य स्तर पर विभिन्न पुलिस विभागों के कर्मचारियों को NAFIS का उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित किया जाता है ताकि वे इसका सही तरीके से उपयोग कर सकें।

NAFIS की तकनीकी विशेषताएं:

  1. उच्च-गुणवत्ता वाले फिंगरप्रिंट्स की पहचान: NAFIS प्रणाली उच्च-गुणवत्ता वाले फिंगरप्रिंट्स का रिकॉर्ड रखने में सक्षम है, जो कि जांच एजेंसियों को सही पहचान सुनिश्चित करने में मदद करता है।
  2. डेटा संग्रहण और प्रबंधन: यह प्रणाली डेटा संग्रहण के मामले में अत्याधुनिक तकनीकी मानकों का पालन करती है। इसका उद्देश्य फिंगरप्रिंट्स का सुरक्षित संग्रहण और प्रबंधन करना है, जिससे डेटा का सही उपयोग और उसका संरक्षण सुनिश्चित हो सके।
  3. आसान इंटरफेस: NAFIS का उपयोग करना आसान है। पुलिस अधिकारी और अन्य उपयोगकर्ता इसे आसानी से ऑपरेट कर सकते हैं, जिससे उन्हें अपना काम तेज़ी से करने में मदद मिलती है।

NAFIS जैसी प्रणाली अन्य देशों में:

NAFIS जैसी प्रणाली का उपयोग केवल भारत में नहीं, बल्कि दुनिया भर के कई देशों में किया जा रहा है। यहाँ पर कुछ प्रमुख देशों के बारे में जानकारी दी जा रही है, जहाँ इस तरह की प्रणालियाँ लागू हैं:

  1. संयुक्त राज्य अमेरिका: अमेरिका में Integrated Automated Fingerprint Identification System (IAFIS) का उपयोग किया जाता है। यह एक मजबूत और प्रभावी प्रणाली है जो अमेरिकी पुलिस और अन्य सुरक्षा एजेंसियों को अपराधियों की पहचान करने में मदद करती है। यह प्रणाली लगभग 100 मिलियन से अधिक फिंगरप्रिंट रिकॉर्ड्स रखती है और पूरी दुनिया में इसे सबसे बड़ा फिंगरप्रिंट डेटाबेस माना जाता है।
  2. ब्रिटेन: ब्रिटेन में National Automated Fingerprint Identification System (NAFIS) है, जो ब्रिटिश पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा इस्तेमाल किया जाता है। इस प्रणाली का उपयोग अपराधियों की पहचान और संदिग्धों की गिरफ्तारी में तेजी लाने के लिए किया जाता है।
  3. ऑस्ट्रेलिया: ऑस्ट्रेलिया में National Automated Fingerprint Identification System (NAFIS) का इस्तेमाल किया जाता है, जो देशभर के पुलिस विभागों को एक मजबूत डिजिटल फिंगरप्रिंट डेटाबेस से जोड़ता है। यह प्रणाली अपराधों की त्वरित पहचान और समाधान में मदद करती है।
  4. कनाडा: कनाडा में Automated Fingerprint Identification System (AFIS) का उपयोग किया जाता है। इस प्रणाली के माध्यम से, अपराधियों की पहचान त्वरित और सटीक तरीके से की जाती है। कनाडा में यह प्रणाली अपराधों को हल करने में काफी प्रभावी रही है।

विदेशों में सफल:

  1. संयुक्त राज्य अमेरिका: अमेरिका में IAFIS ने अपराधियों की पहचान में बहुत सफलता प्राप्त की है। इसका उपयोग बहुत व्यापक रूप से किया जाता है, और इसका नतीजा यह रहा है कि अपराधों की पहचान में तेजी आई है और अधिक अपराधियों को पकड़ा गया है। इस प्रणाली की सफलता ने इसे दुनिया भर के देशों में एक आदर्श बना दिया है।
  2. ब्रिटेन: NAFIS प्रणाली के उपयोग से ब्रिटेन में अपराधों का समाधान तेज़ी से हुआ है। यह प्रणाली पुलिस अधिकारियों को अपराधियों की पहचान में तेजी लाने में मदद करती है, और ब्रिटेन में यह एक अत्यधिक प्रभावी उपकरण साबित हुई है।
  3. ऑस्ट्रेलिया और कनाडा: इन देशों में भी NAFIS जैसी प्रणालियाँ अपने उद्देश्य में सफल रही हैं। इन देशों में अपराधियों की पहचान में समय की बचत हुई है और पुलिस को तेजी से परिणाम मिले हैं।

NAFIS जैसी प्रणाली ने पूरे दुनिया में अपराधों की पहचान और समाधान में क्रांतिकारी बदलाव लाया है। भारत में इसकी शुरुआत से लेकर अब तक यह अपराधों की पहचान में एक महत्वपूर्ण उपकरण बन चुकी है। अन्य देशों में भी यह प्रणाली अपनी सफलता को साबित कर चुकी है और इसका प्रभावी उपयोग अपराधों की पहचान और समाधान को तेज़ बनाता है। NAFIS की मदद से अब दुनिया भर में अपराधियों को पकड़ने और कानून व्यवस्था को मजबूत करने की प्रक्रिया और भी अधिक प्रभावी हो गई है।

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