साभार: यह आर्टिकल डीयू के श्यामलाल कालेज के एसोसिएट प्रोफेसर समरेंद्र कुमार की फेसबुक वॉल से लिया गया है।

कल NTA ने CUET UG 2023 की उत्तर कुंजी और विद्यार्थियों के द्वारा हल किए गए प्रश्न-पत्र को उनके द्वारा दिए गए उत्तर के साथ जारी किया। इसके साथ ही विद्यार्थियों को कहा गया कि जिन प्रश्नों के उत्तर उनके अनुसार गलत हैं, उस पर वे 1 जुलाई तक अपनी असहमति (Challenge) दर्ज करा सकते हैं, जिसके लिए उन्हें प्रति प्रश्न 200 रूपये जमा करवाना होगा। UGC चेयरमैन ने बकायदा इस संबंध में ट्वीट भी किया है।

अगर एक सरसरी निगाह NTA द्वारा जारी किए गए प्रश्नों के उत्तर कुंजी पर डालें तो कई बड़ी-बड़ी गलतियां दिख जाती है, जिन्हें कोई भी बता सकता है। सामान्य प्रश्नों के उत्तर भी उत्तर कुंजी में गलत दिए गए हैं। उदाहरण के लिए, 6 जून के तीसरे शिफ्ट में राजनीति विज्ञान के टेस्ट में एक प्रश्न इंडियन नेशनल आर्मी के संस्थापक के बारे में पूछा गया और इसका जवाब NTA के उत्तर कुंजी के अनुसार भगत सिंह है। जबकि विकल्प में दिए गए विकल्प के अनुसार सही उत्तर सुभाषचंद्र बोस हो सकता है। अब अगर कोई इस गलत उत्तर को challenge करना चाहता है तो पहले उसे 200 रूपये जमा करवाना होगा फिर NTA उसे ठीक करेगा। यह खुल्लम-खुल्ला दिन दहाड़े अभिभावकों के पैसे की लूट मात्र ही नहीं है, बल्कि विद्यार्थियो के साथ अन्याय भी है।

इसी तरह यूरोपियन यूनियन के झंडा और उससे संबंधित सभी 5 प्रश्नों का उत्तर भी गलत दिया गया है। NTA के उत्तर कुंजी में यूरोपियन यूनियन का मुख्यालय पेरिस बताया गया है, जबकि सही उत्तर ब्रुसेल्स है। इसी तरह एक अन्य प्रश्न “किस देश ने यूरोपियन यूनियन को छोड़ा है”, का उत्तर USA बता दिया गया है, जबकि सामान्य बुद्धि वाला व्यक्ति भी समझ सकता है कि USA यूरोपियन यूनियन का सदस्य देश कैसे हो सकता है? अगर कोई इन छह प्रश्नों को ही केवल चैलेंज करता है तो उसे 1200 रूपये जमा करवाना होगा।

इसी तरह से हिन्दी की उत्तर कुंजी में भी गलतियों की भरमार है। मुहावरों का अर्थ हो या फिर उपसर्ग का प्रयोग; उत्तर कुंजी में गलत विकल्प को ही सही बता दिया गया है। उदाहरण के लिए, ‘अतिक्रमण’ शब्द में ‘अति’ क्या होगा? – NTA के अनुसार ‘अति’ उपसर्ग न होकर विलोम शब्द है। इसी तरह एक अन्य प्रश्न में ‘सत्’ उपसर्ग से निर्मित शब्द ‘स्वतंत्रता’ बता दिया गया है, जबकि विकल्प के अनुसार सही उत्तर ‘सद्भावना’ होगा। हिंदी में इस तरह के लगभग 15 गलत उत्तर कुंजी में है। यानि अगर कोई इन सबको चैलेंज करेगा तो उसे केवल एक पेपर के लिए करीब 3000 रूपये का भुगतान करना होगा।

यानि टेस्ट के बाद विद्यार्थियों को अपने सही उत्तर को सही ठहराने के लिए भी करीब-करीब 5 हजार रूपये का भुगतान NTA को करना पड़ेगा, तब जाकर उन्हें अपने सही उत्तर के अंक मिल पायेंगे। अर्थात् गलती NTA की और भरपाई करेंगे विद्यार्थी। यह खुल्लम-खुल्ला डकैती नहीं तो क्या है कि NTA खुद गलत उत्तर देकर उसकी वसूली कर रहा है। पहले उन्हें खुद सभी उत्तर सही करना चाहिए और उसके बाद उत्तर कुंजी जारी कर चैलेंज मांगना चाहिए।

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