कला के क्षेत्र में देश की अग्रणी समाजसेवी संस्था कलांतर आर्ट फाउंडेशन तथा पर्यटन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वाधान में कलांतर 2022-राष्ट्रीय कला उत्सव का उद्घाटन कलांतर आर्ट के आधिकारिक फेसबुक पेज पर ऑनलाइन माध्यम से 18 दिसंबर को संपन्न हुआ। जिसमें प्रतियोगिता से जुड़ी सभी जानकारी, प्रतियोगिता के विषय, आयु वर्ग तथा प्रविष्ठियां भेजने की प्रक्रिया आदि बताई गई. प्रतियोगिता में प्रविष्ठियां स्वीकार करने का आरंभ पूर्व प्रधानमंत्री श्री स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेई तथा प्रख्यात स्टैंड अप कॉमेडियन स्वर्गीय श्री राजू श्रीवास्तव की स्मृति में उनके जन्मदिवस पर किया जाएगा।

कलांतर 2022 – राष्ट्रीय कला उत्सव में पेंटिंग लेखन संगीत नित्य तथा अभिनय आदि की प्रतियोगिताएं विभिन्न आयु वर्ग में ऑनलाइन माध्यम से कराई जाएंगी। आपको बता दें की कोविड कॉल में कलांतर 2020 का आयोजन किया गया जिसमें देशभर से करीब 27000 प्रतियोगियों ने प्रतिभाग किया। वही कालांतर 2021 में देशभर ही नहीं बल्कि देश के बाहर से भी करीब 47000 लोगों ने प्रतिभाग किया। इन प्रतियोगिताओं में विशेष बात यह रही कि देशभर के विभिन्न बंदी गृह, अनाथालय, बाल सुधार गृह आदि ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।

इस वर्ष की यह प्रतियोगिताएं उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वाधान में कराई जा रही है। देश की नामी आर्ट कंपनी इंसाल (IN-SOL) इसके प्रमुख पार्टनर है। उत्तर प्रदेश को इस वर्ष प्रतियोगिताओं का थीम स्टेट बनाया गया है। कला उत्सव की प्रतियोगिताओं में आयोजकों द्वारा प्रतिभाग के लिए विभिन्न प्रकार के रचनात्मक विषय दिए जाते हैं। इसी क्रम में इस वर्ष उत्तर प्रदेश असीमित संभावनाओं का प्रदेश को भी एक थीम के रूप में रखा गया है। थीम स्टेट का तात्पर्य है कि प्रतिभागी उत्तर प्रदेश की सामाजिक सांस्कृतिक तथा कला की विरासत को समझे तथा उस धरोहर को भविष्य के उत्तर प्रदेश की असीमित संभावनाओं का आधार बनाते हुए अपनी रचनात्मक प्रविष्ठियां भेजें। इसके साथ ही कई अन्य रचनात्मक विषय भी दिए जाएंगे जो कि कलाकारों को उच्च स्तर की रचनात्मकता दिखाने के लिए प्रेरित करेंगे।

कलांतर 2022 की प्रतियोगिताओं में देशभर के सरकारी तथा प्राइवेट स्कूल की प्रतिभागिता तो रहेगी ही, इसके साथ ही प्रदेश व देश के विभिन्न बंदी गृह, अनाथालय, महिला आश्रम, वृद्ध आश्रम, बाल सुधार गृह आदि को प्रविष्ठियां भेजने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है जिससे कि वह भी अपने आप को समाज की मुख्यधारा से जोड़ सके।

कलांतर आर्ट फाउंडेशन गत 10 वर्षों से निशुल्क कला शिक्षा, कला प्रतियोगिताओं तथा चैरिटी शो के माध्यम से वृहत सामाजिक परिवर्तन की दिशा में कार्य कर रही है. इसके साथ ही संस्था प्रदेश सरकार के विभिन्न विभागों के साथ मिलकर कला के द्वारा सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए विभिन्न योजनाओं पर प्रयासरत है।कार्यक्रम का ऑनलाइन लॉन्च श्रीमती रश्मि श्रीवास्तव व लहर सिन्हा ने किया।

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