21 भाषाओं में उत्कृष्ट साहित्यकारों को सम्मान, 8 मार्च 2025 को होगा भव्य पुरस्कार वितरण समारोह
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
साहित्य अकादेमी ने वर्ष 2024 के प्रतिष्ठित साहित्य अकादेमी पुरस्कारों की घोषणा कर दी है। 21 भाषाओं में साहित्यकारों को यह सम्मान दिया जाएगा, जिसमें हिंदी से गगन गिल और अंग्रेजी से ईस्टरिन किरे शामिल हैं। पुरस्कारों का वितरण आगामी 8 मार्च 2025 को नई दिल्ली स्थित कमानी ऑडिटोरियम में आयोजित एक भव्य समारोह में किया जाएगा।
साहित्य अकादेमी के सचिव के. श्रीनिवासराव ने प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि इस वर्ष के पुरस्कारों में आठ कविता-संग्रह, तीन उपन्यास, दो कहानी-संग्रह, तीन निबंध, तीन साहित्यिक आलोचना, एक नाटक, और एक शोध पुस्तक को चुना गया है।
घोषित पुरस्कारों की सूची
- कविता-संग्रह: समीर तांती (असमिया), दिलीप झावेरी (गुजराती), गगन गिल (हिंदी), के. जयकुमार (मलयाळम्), हाओबम सत्यबती देवी (मणिपुरी), पॉल कौर (पंजाबी), मुकुट मणिराज (राजस्थानी), दीपक कुमार शर्मा (संस्कृत)।
- उपन्यास: अरन राजा (बोडो), ईस्टरिन किरे (अंग्रेजी), सोहन कौल (कश्मीरी)।
- कहानी-संग्रह: युवा बराल (नेपाली), हूंदराज बलवाणी (सिंधी)।
- निबंध: मुकेश थली (कोंकणी), महेंद्र मलंगिया (मैथिली), बैष्णब चरण सामल (ओड़िया)।
- साहित्यिक आलोचना: के.वी. नारायण (कन्नड़), सुधीर रसाल (मराठी), पेनुगोंडा लक्ष्मीनारायण (तेलुगु)।
- नाटक: महेश्वर सोरेन (संताली)।
- शोध: ए.आर. वेंकटचलपति (तमिळ)।
महत्वपूर्ण बातें
- बाड़्ला, डोगरी और उर्दू भाषाओं के पुरस्कारों की घोषणा बाद में की जाएगी।
- पुरस्कार में शामिल पुस्तकों का चयन पिछले पाँच वर्षों (1 जनवरी 2018 से 31 दिसंबर 2022) के बीच प्रकाशित रचनाओं से किया गया है।
- विजेताओं को एक लाख रुपये, उत्कीर्ण ताम्रफलक, और शॉल से सम्मानित किया जाएगा।
साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक का वक्तव्य
साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष माधव कौशिक ने बताया कि यह पुरस्कार भारतीय भाषाओं और साहित्य की विविधता को पहचान देने का माध्यम है। यह उन लेखकों के लिए सम्मान है, जिन्होंने अपनी भाषा और साहित्य को समृद्ध किया है।