बिग बॉस ओटीटी 3 की विनर बनी सना मकबूल, ट्रॉफी के साथ मिली इतनी विजेता राशि
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
Bigg Boss Ott 3: बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 का फिनाले हो चुका है। अभिनेता अनिल कपूर के होस्ट किए गए इस शो का विनर मिल गया है। बिग बॉस ओटीटी 3 में 16 कंटेस्टेंट के साथ एक वाइल्ड कार्ड एंट्री हुई थी। बीती रात हुए फिनाले में सना मकबूल ने इस शो की ट्रॉफी को अपने नाम किया जबकि रैपर नैजी रनर-अप रहे। वहीं टॉप 5 पर रणवीर शौरी, नैजी, साई केतन राव, सना मकबूल और कृतिका मलिक ने जगह बनाई थी।
जिद्दी सना विजेता बनी
सना महबूल ने शो की ट्रॉफी जीतने के बाद फैंस को धन्यवाद दिया और कहा की आपको लोगों का बहुत बहुत धन्यवाद, आपके प्यार ने मुझे ये जीताया। आपके प्यार ने मुझे जिद्दी सना से विनर सना बनाया। शो के बारे में बात करते हुए सना ने कहा कि पहले शुरू में सब अच्छा लग रहा था फिर ग्रुप बन गया। जो लोग आपके साथ बैठते थे वो आपकी बुराइयां करने लगे। जिसमें हम चार एक तरफ ही गए। फिर वो लोग भी बाहर जाने लगे लेकिन जब आपने जीत का ठान लिया है तो लड़ना तो पड़ता है।
25 लाख रुपए भी दिए गए
सना मकबूल को चमचमाती ट्रॉफी के साथ में 25 लाख रुपये की प्राइज मनी भी दी गई है। इस शो के मौजूदा सीजन को जीतने के बाद वो काफी ज्यादा खुश नजर आईं। फैंस भी सोशल मीडिया पर जमकर बधाई देने में लगे हैं। बता दें बिग बॉस ओटीटी सीजन 2 में एल्विश यादव ने बाजी मारी थी।
ये थे इस साल के कंटेस्टेंट
बिग बॉस ओटीटी सीजन 3 जियो सिनेमा और कलर्स टीवी पर 21 जून से शुरू हुआ था। हमने इसकी हर एक अपडेट आप तक पहुंचाई है। इस सीजन में कुल 16 कंटेस्टेंट एक साथ आए थे और एक की एंट्री वाइल्ड कार्ड से हुए थी। रैपर नैजी, सना मकबूल, रणवीर शौरी, सना सुल्तान, दीपक चौरसिया, शिवानी कुमारी, विशाल पांडे, लवकेश कटारिया, पायल मलिक, चंद्रिका दीक्षित, नीरज गोयत, मुनीषा खाटवानी, पौलोमी दास, साई केतन राव और अरमान मलिक और उसकी दोनों पत्नियां कृतिका और पायल का नाम शामिल रहा। वहीं, अदनान शेख ने वाइल्ड कार्ड एंट्री ली थी।
ट्यूशन पढ़ाया
सना मकबूल ने मुंबई से ही अपनी पढ़ाई-लिखाई की है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई मुंबई पब्लिक स्कूल से की थी (Mumbai Public School)। मुंबई के ही आरडी नेशनल कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री हासिल की।Stars Unfolded में छपी सना मकबूल की बायोग्राफी के अनुसार उन्होंने स्कूल के दिनों में पढ़ाई के साथ बच्चों को ट्यूशन पढ़ाना शुरू कर दिया था। वो प्रत्येक स्टूडेंट से 100-200 रुपये बतौर फीस लेती थीं।