representative pics made by AI

successful entrepreneur story in india: एक छोटे से आइडिया से शुरू हुआ बिजनेस

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

successful entrepreneur story in india: “Shark Tank India” के चौथे सीजन के 9वें एपिसोड में अचानक एक बड़ा दिलचस्प मोड़ देखने को मिला, जब दो ऐसे स्टार्टअप्स ने पिच दी, जो एक ही तरह के बिजनेस पर काम कर रहे थे। ये स्टार्टअप्स थे Nurturing Green और Kyari। दोनों के बिजनेस में समानता थी, लेकिन उनकी पिच की शैली में अंतर था। इस एपिसोड में शो के फॉर्मेट में थोड़ी सी बदलाव की गई, जिससे दोनों स्टार्टअप्स को अलग-अलग बारीकियों से अपनी पिच प्रस्तुत करने का मौका मिला, और इस बदलाव ने एपिसोड को और भी दिलचस्प बना दिया।

Nurturing Green की शुरुआत

Nurturing Green के संस्थापक अन्नू ग्रोवर हैं, जो लखनऊ से हैं। अन्नू के बिजनेस की प्रेरणा उन्हें अपनी मां से मिली। जब अन्नू विदेश में पढ़ाई कर रहे थे, उन्होंने एक बार अपनी मां को एक बुके भेजा था। लेकिन जब वह अगले दिन अपनी मां से फोन पर बात कर रहे थे, तो उन्होंने बताया कि उन्होंने उस बुके को फेंक दिया था। यह सुनकर अन्नू को विचार आया कि क्यों न किसी फूल के बजाय एक पौधा भेजा जाए, जिसे कोई न फेंके और वह लंबे समय तक याद रहे। इस विचार ने उन्हें पौधों के बिजनेस की दिशा में कदम बढ़ाने के लिए प्रेरित किया।

भारत में बिजनेस की शुरुआत

भारत लौटने के बाद, अन्नू ने 2010 में Nurturing Green की शुरुआत की। इस बिजनेस का मुख्य उद्देश्य पौधों को गिफ्टिंग विकल्प के रूप में प्रस्तुत करना था। समय के साथ, अन्नू ने अपने बिजनेस का विस्तार किया और होम डेकोर और होम गार्डनिंग के क्षेत्र में भी कदम रखा। उनका मानना था कि भारत में पौधों का बिजनेस बहुत बड़ा है और इसका मार्केट करीब ₹1.2 लाख करोड़ रुपये का है। आज Nurturing Green ने इस विशाल मार्केट में अपनी एक मजबूत पहचान बना ली है और यह विभिन्न प्रकार के पौधों और गिफ्टिंग विकल्पों के साथ ग्राहकों को सेवा प्रदान कर रहा है।

पारिवारिक समर्थन और संघर्ष

अन्नू की यात्रा आसान नहीं रही। उन्हें कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, विशेष रूप से अपने परिवार से। उनके पिता महीनों तक इस बिजनेस से नाराज रहे थे, क्योंकि उन्हें इस तरह के जोखिम भरे कदम की उम्मीद नहीं थी। लेकिन अन्नू ने अपनी मेहनत, समर्पण और दृढ़ संकल्प से न केवल अपने परिवार का विश्वास जीता, बल्कि एक सफल और लाभकारी बिजनेस भी स्थापित किया। आज उनकी कंपनी ₹40 करोड़ के टर्नओवर तक पहुँच चुकी है, जो उनकी मेहनत और सपने को साकार होने का प्रतीक है।

बिजनेस की सफलता और Shark Tank India में पिच

“Shark Tank India” के मंच पर अन्नू ग्रोवर ने अपनी पिच प्रस्तुत की, और शार्क्स को अपने बिजनेस मॉडल और सफलता की कहानी से प्रभावित किया। उनकी कंपनी के उज्जवल भविष्य और व्यापार में वृद्धि की संभावना को देखते हुए, शार्क्स ने उन्हें निवेश का प्रस्ताव दिया। यह उनके लिए एक बड़ा मील का पत्थर साबित हुआ और उनका बिजनेस अब और भी बड़े स्तर पर विस्तार कर सकता है।

सपनों को करें साकार

अन्नू ग्रोवर की कहानी हमें यह सिखाती है कि यदि आपके पास एक अच्छा विचार है, और आप उसे सच्चे समर्पण और मेहनत से आगे बढ़ाते हैं, तो सफलता निश्चित रूप से मिलेगी। अन्नू ने अपने परिवार की शंका और समाज की सोच को नजरअंदाज कर अपने सपनों को साकार किया। उनकी कहानी यह साबित करती है कि अगर लक्ष्य साफ हो, और रास्ते में आने वाली कठिनाइयों का सही तरीके से सामना किया जाए, तो कोई भी सपना हकीकत बन सकता है।

बिजनेस छोटा लेकिन विजन बड़ा

अन्नू ग्रोवर और Nurturing Green की सफलता की कहानी हमें यह सिखाती है कि छोटे से बिजनेस को भी सही दिशा में ले जाकर बड़े स्तर पर विकसित किया जा सकता है। उनके संघर्ष, समर्पण और मेहनत ने उन्हें ₹40 करोड़ के टर्नओवर तक पहुँचाया। “Shark Tank India” के मंच पर उनका सफर और उनकी प्रेरणादायक कहानी हमें उद्यमिता के क्षेत्र में कदम रखने के लिए प्रेरित करती है।

Spread the love

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here