याेगमाया मंदिर में हर साल हिंदू-मुस्लिम मिलकर चढ़ाते हैं फूलवालों की सैर का पंखा

दिल्ली में तीन प्राचीन मंदिर है। एक कालकाजी का मंदिर, जिसमें पांडवों ने भी पूजा की थी। दूसरा पुराने किले की दीवार में भैरों जी का मंदिर और तीसरा कृष्ण जी की बहन योगमाया का मंदिर। यह महरौली में है। यह यही योगमाया का मंदिर है जहां हर वर्ष हिन्दू और मुसलमान दोनों मिलकर फूलवालों की सैर का पंखा चढ़ाते हैं। कालका जी के मंदिर में दुर्गा भवानी की ये भेंट गाई जाती है-

1. देवाजी मैं नौकर तेरा आया

नौकर तेरा मैं चाकर तेरा

मैं तेरे चरणों का बेला

नंगे पैरों ही अकबर आया

सोने का छत्र चढ़ाया

देवाजी मैं नौकर तेरा आया रे

चंदन चौकी देवा थाली संजोया

कुंभ कलस भर लाया

लंबे लंबे केस सुखाया

देवाजी तेरा नौकर आया।

2—सांची देवी के दर्शन पाना

मैं भवन चली

आगे मुगला चले

पीछे चले मुगलानी

गोदी का बालक सयाना

कंगर चढ़ावे देवी, धजा नारियल

झुलप दे दुर्गे लालन माला

मैं भवन चली

सांची देवी के दर्शन पाना।

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