दिलीप कुमार और राज कपूर में थी कई दिलचस्प समानताएं
दिलीप कुमार (Dilip Kumar) और राज कपूर (Raj Kapoor) में काफी कुछ एक समान था। दोनों पेशावर में दिसंबर माह में पैदा हुए। दिलीप कुमार 11 दिसंबर, 1922 और राज कपूर 14 दिसंबर, 1924 को पैदा हुए थे। दोनों एक ही स्कूल गए, दोनों के दोस्त समान थे और बाद के वर्षों में दोनों ने एक ही व्यवसाय चुना। राज कपूर अति विश्वास से भरे हुए और प्रबल रूप से मंच और पर्दे की ओर खिंचे हुए। दूसरी ओर, दिलीप कुमार हमेशा स्वयं तक सीमित रहनेवाले और स्वभाव में शर्मीले थे, यहाँ तक कि स्कूल में होने वाले नाटकों में भाग लेने से भी वे मना कर देते थे। वे राज कपूर से कहते थे, “मैं डर के मारे मर जाऊंगा।”
अपने बीस के दशक के शुरुआती वर्षों में, राज कपूर एक अकडू दर्शक की तरह क्रिकेट देखने जाते थे। बिखरे बालों और गॉगल्स पहने हुए, जिसकी केवल एक डंडी होती थी, उनके एक ही कान के ऊपर रखी हुई। दिलीप कुमार घर बैठकर ‘जीन पॉल सारतरे’ पढ़ा करते थे। एक साथ जैसे दोनों को स्थायी रूप से फिल्मों से जोड़ा गया हो। उन दोनों अलग व्यक्तियों ने, जैसा आगे उन्हें बढ़ना ही था और इस प्रकार अपने से कमतर समकालीनों को बाहर का रास्ता दिखा दिया और एक दोहरे नेतृत्व ने जन्म लिया। राज कपूर हमेशा अपने सहकर्मी दिलीप कुमार के चाहनेवालों और खुद के चाहनेवालों के मध्य एक तुलना किया करते थे। उन्होंने कहा, “मेरे चाहनेवाले गरीब हैं, गलियों के लावारिस हैं, लंगड़े हैं, अंधे हैं, पिछड़े हैं और दुनिया भर के वंचित हैं! परिपक्व और परिष्कृत युवास्त्रियां नहीं ! नहीं, वे सब दिलीप कुमार की चाहनेवाली हैं! वे सभी उसके प्यार में पागल हैं!