आज भारतीय राष्ट्रीय शिक्षक (INTEC, आईएनटीईसी) के सदस्यों ने यौन उत्पीड़न मामले में न्याय के लिए महिला पहलवानों द्वारा किये जा रहे विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। INTEC के अध्यक्ष प्रो पंकज गर्ग, श्री। जल सिंह राणा जी, श्री। अमन कुमार (दिल्ली विश्वविद्यालय कोर्ट के सदस्य), डॉ मेघ राज (डीयू के अकादमिक परिषद सदस्य और आईएनटीईसी के महासचिव), डॉ नीलम (डीयू के अकादमिक परिषद सदस्य और आईएनटीईसी के महासचिव), डॉ बंटी, और दिल्ली ग्राम विकास पंचायत की अध्यक्ष श्री शांति स्वरूप ने महिला पहलवानों से मुलाकात की और उन्हें न्याय दिलाने की लड़ाई में पूरा सहयोग देने के लिए आश्वस्त किया।
डॉ. मेघ राज और डॉ. नीलम ने मीडिया कर्मियों से सीधे प्रसारण में बातचीत की और अपने विचार रखे। जंतर-मंतर पर न्याय के लिए पिछले 21 दिनों से आंदोलन कर रहे सभी पहलवानों को हम सलाम करते हैं।
महिला पहलवानों के यौन उत्पीड़न मामले में शिकायत के बाद भी FIR दर्ज नहीं की गयी। सुप्रीम कोर्ट द्वारा पुलिस को आदेश दिये जाने के बाद ही ही FIR दर्ज की गई थी लेकिन POCSO अधिनियम के तहत FIR होने के बावजूद आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया गया है। अगर इन महिला पहलवानों को न्याय नहीं मिला तो अन्य माता-पिता भी अपनी बच्चियों को खेल के मैदान में भेजने से कतराएंगे। इससे कुछ सवाल उठते हैं-
जब आरोपी खुलेआम घूम रहे हों और विभिन्न न्यूज चैनलों पर इंटरव्यू दे रहे हों तो निष्पक्ष जांच की उम्मीद कैसे की जा सकती है? सरकार यौन उत्पीड़न के आरोपियों का बचाव और संरक्षण क्यों दे रही है?
सरकार महिला खिलाडिय़ों की मदद क्यों नहीं करती?