इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर हर्षा रिछारिया का आध्यात्मिक सफर
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
Prayagraj Mahakumbh 2025: महाकुंभ 2025 में हर्षा रिछारिया ने साध्वी के रूप में सबका ध्यान खींचा। इंस्टाग्राम इन्फ्लुएंसर हर्षा ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वो अभी साध्वी नहीं हैं, बल्कि सनातन धर्म को समझने की कोशिश कर रही हैं। उनकी जिंदगी का उद्देश्य धर्म और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देना है। उन्होंने महाकुंभ में गंगा-जमुना संगम में डुबकी भी लगाई।

सनातन धर्म के प्रति रुझान
हर्षा ने कहा कि उनका उद्देश्य धर्म और आस्था को युवाओं के बीच बढ़ावा देना है। उन्होंने बताया कि वह फिलहाल धर्म का अध्ययन कर रही हैं और भगवान की कृपा से भविष्य में संन्यास का मार्ग अपना सकती हैं।

सोशल मीडिया पर प्रभाव
इंस्टाग्राम पर हर्षा आध्यात्मिकता से जुड़ी पोस्ट साझा करती हैं और युवाओं को धर्म के प्रति जागरूक करने का प्रयास करती हैं। उनका मानना है कि भक्ति और सुंदरता का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि आत्मिक शांति केवल आस्था और भक्ति से ही प्राप्त की जा सकती है।

संगम में आस्था की डुबकी
महाकुंभ के पहले अमृत स्नान के दिन हर्षा ने गंगा-जमुना संगम में पवित्र स्नान किया, जिसकी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए। इस दौरान उनके साथ महामंडलेश्वर और अन्य संत भी मौजूद थे।

आध्यात्मिकता का संदेश
महाकुंभ में हर्षा के संदेश ने लाखों श्रद्धालुओं का ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने अपनी यात्रा को धर्म और आस्था के प्रति समर्पित बताया और कहा कि वह सनातन धर्म के प्रचार में योगदान देना चाहती हैं।

महाकुंभ 2025 में हर्षा रिछारिया का यह रूप और उनके विचार युवाओं को धर्म और आध्यात्मिकता के करीब लाने में सहायक हो सकते हैं। उनका मानना है कि धर्म और भक्ति से जीवन में संतुलन और शांति प्राप्त होती है।

हर्षा नई पीढ़ी को धर्म के प्रति जागरूक करने की पहल की।

हर्षा का मानना है कि सुंदरता से अधिक भक्ति और आस्था से जीवन का असली उद्देश्य पूरा होता है।
