-गणेश नगर में खुली थी नजीर फूड की पहली दुकान

-अब तक दिल्ली में 28 आउटलेट खुल चुके हैं

स्वाद ऐसा कि जो एक बार खाए मुरीद हो जाए। व्यवहार ऐसा कि जो एक बार आउटलेट पर आए वो बार-बार आने को विवश हो जाए। कुछ इसी यूएसपी के साथ नजीर फूड जायके के शौकीन लोगों का ठौर बना हुआ है। मुगलई संग नार्थ इंडियन खाने का मेल यहां नजीर बना हुआ है। जायके का जो सफर सन 1975 से शुरू हुआ था वो दिल्ली में 28 आउटलेट के रूप में जारी है। नजीर फूड को हाल ही में बेस्ट क्यूएसआर(क्विक सर्विस रेस्टोरेंट) रेस्टोरेंट अवार्ड से भी सम्मानित किया गया है।

नजीर फूड के एमडी इमरान अहमद कहते हैं कि उनका परिवार मूलरूप से उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर का रहने वाला है। अब्बा अब्बा हाजी आफताब अहमद सन 1970 में बुलंदशहर से दिल्ली आए थे। यहां सबसे पहले उन्होंने सप्लाई का व्यवसाय शुरू किया। वो चिकन आदि सप्लाई करते थे। सन 1975 में हाजी आफताब ने गणेश नगर में एक छोटी सी दुकान खोली थी। इमरान कहते हैं कि यह करीब दो हजार स्कवायर फुट की दुकान थी। जिसमें सिर्फ दो नानवेज आइटम से जायके का सफर शुरू किया गया। ये दो आइटम थे, चिकन लॉलीपाप और चिकन सींक कबाब। बकौल इमरान, ये दो आइटम ही लोगों को खूब पसंद आए। दरअसल, इसके पीछे की खासियत थी वो मसाला, जिसे अब्बा खुद दुकान पर बनाते थे। गरम मसाला, इलायची समेत कई अन्य सामग्रियों को मिलाकर अब्बा दुकान पर कूटकर मसाला बनाते थे।

2005 से शुरू हुआ विस्तार

इमरान कहते हैं कि सन 2003 में वो अब्बा के साथ नजीर फूड संभालने लगे। 2005 में प्राइवेट लिमिटेड कंपनी बनाई और इसके बाद विभिन्न आउटलेट खोलने की येाजना बनाई गई। जिसके तहत दूसरा आउटलेट नोएडा सेक्टर 18 में खोला गया। जबकि तीसरा आउटलेट विनोद नगर में खुला। इमरान की मानें तो अब तक दिल्ली में 28 आउटलेट खोले जा चुके हैं। आगामी कुछ महीनों में दिल्ली से बाहर 100 आउटलेट खोलने की योजना को अमलीजामा पहनाया जा रहा है।

मेन्यू में 200 जायके

नजीर फूड ने सिर्फ दो जायके से जो सफर शुरू किया था वो मेन्यू में 200 जायके के रूप में जुड़ चुका है। इमरान कहते हैं कि हम नार्थ इंडियन और मुगलई बनाते हैं। मुगलई में चिकन तंदूरी, चिकन तंदूरी टंगड़ी, चिकन लॉलीपाप, मुगलई कीमा, चिकन अफगानी, तवा चिकन, चिकन तंदूरी टिक्का, चिकन सींक कबाब, टिक्का रोटी बोटी, स्पेशल अरेबिक मटन, नजीर स्पेशल चिकन कीमा, मटन सीक कबाब, चिकन अफगानी टिक्का, रोस्टेड चिकन, चिकन फ्रेंच फ्राई, चिकन कुरकुरे, मटन कीमा कलेजी, चिकन कबाब रोल, मटन कबाब रोल भी लोग खूब पसंद करते हैं। चाहे सीपी हो या फिर विनोद नगर आउटलेट। यहां लोग फिश टिक्का सुरमई, चिकन बिरयानी, मटन बिरयानी, मटर पुलाव, चिकन मसाला बिरयानी, मटन मसाला बिरयानी खाना पसंद करते हैं। जबकि शाकाहारी जायके की लिस्ट में पनीर, दाल, रोटी, सब्जी आदि का स्वाद चखा जा सकता है। इमरान कहते हैं कि प्रति दिन एक आउटलेट पर औसतन 500 लोग खाना खाने आते हैं।

ब्रांड मसाला

इमरान की मानें तो नजीर फूड अपने खाने में जो मसाले प्रयोग करते हैं वो यूनिक है। हम मसाला आज भी घर पर ही बनाते हैं। इन मसालों का उपयोग अब लोग अपने घरों में भी कर सकते हैं। क्यों कि, नजीर फूड अब मसालों की एक रेंज उतारने की तैयारी कर रहा है। नवंबर महीने तक मसालों की एक रेंज मार्केट में उपलब्ध होगी। इनमें एक मसाला सबसे खास है। जिसकी खासियत होगी कि इसे चिकन के उपर लगाकर रोस्ट या फ्राई करना होगा। यहीं नहीं रेस्टोरेंट में पानी शुद्ध प्रयोग हो इसके लिए मिनिरल वॉटर भी अपना प्रयोग किया जाता है। दरअसल, मार्केट में नजीर मिनिरल वॉटर की बोतल भी उतारी जा चुकी है। यानी फूड के साथ मिनिरल वाटर भी नजीर ब्रांड के नाम से मार्केट में खासा लोकप्रिय है।

पहली दुकान आज भी खास

इमरान कहते हैं गणेश नगर स्थित नजीर फूड हमारे लिए आज भी उतना ही खास है, जितना कि जब ये 1975 में खुली थी। यहां वेटर सर्विस भी है, जबकि बाकि आउटलेट में ऐसा नहीं है। इसके अलावा यहां आर्डर एक निश्चित समय में पूरा किया जाता है। जिसमें थोड़ी भी लापरवाही नहीं की जाती है।

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