अधिकतर फ्रीलांसरों को नहीं पता होता है यह ट्रिक
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
भारत में फ्रीलांसिंग बहुत तेजी से मुख्यधारा का करियर विकल्प बनता जा रहा है। 15 मिलियन से अधिक सक्रिय फ्रीलांसर और $50 बिलियन तक पहुंचने का अनुमानित उद्योग यह दिखाता है कि यह क्षेत्र कितनी तेजी से आगे बढ़ रहा है। हालांकि, अंतरराष्ट्रीय क्लाइंट्स के साथ काम करते समय कई बार उन छिपे हुए शुल्क और मुद्रा रूपांतरण लागत जैसी चुनौतियां उनकी कमाई को प्रभावित कर सकती हैं।
फ्रीलांसिंग का तेजी से विकास
पिछले कुछ वर्षों में, विशेषकर महामारी के बाद, भारत के फ्रीलांसिंग क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई है।
- 2022 के आंकड़ों के अनुसार:
भारतीय फ्रीलांसरों की औसत प्रति घंटा दर $21 से बढ़कर $26 हो गई। - विशेषज्ञता क्षेत्र:
वित्तीय सेवाओं जैसे क्षेत्रों में, भारतीय फ्रीलांसर प्रति घंटे $71 तक कमा रहे हैं, जो वैश्विक औसत $41 से काफी अधिक है।
फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म्स जैसे Upwork, Fiverr, और Toptal ने वैश्विक स्तर पर काम को लोकतांत्रिक बनाया है। लेकिन, इन प्लेटफॉर्म्स पर काम करने वाले फ्रीलांसरों को सेवा शुल्क, लेनदेन लागत, और अन्य छिपे हुए शुल्कों के कारण अपनी वास्तविक आय में कमी का सामना करना पड़ता है।
छिपे हुए शुल्क: बड़ी चुनौती
फ्रीलांसिंग प्लेटफॉर्म्स आमतौर पर 10-20% तक कमीशन लेते हैं। लेकिन यह केवल शुरुआत है। इसके अलावा, कई प्रकार के छिपे हुए शुल्क भी होते हैं:
- लेनदेन शुल्क:
प्रत्येक भुगतान पर $1 से $50 तक शुल्क। - मुद्रा रूपांतरण शुल्क:
अमेरिकी डॉलर को भारतीय रुपये में बदलने पर 2-3% अतिरिक्त शुल्क। - वायर ट्रांसफर शुल्क:
$20-$50 प्रति ट्रांसफर, जिसमें बैंक के अतिरिक्त शुल्क भी शामिल हो सकते हैं।
उदाहरण:
यदि एक फ्रीलांसर $1000 की कमाई करता है, तो कमीशन, मुद्रा रूपांतरण, और ट्रांसफर शुल्क मिलाकर उसे $150 तक की हानि हो सकती है।
समाधान: स्मार्ट वित्तीय विकल्प
1. पारदर्शी भुगतान प्लेटफॉर्म का उपयोग करें
नए युग के भुगतान प्लेटफॉर्म जैसे Payoneer और Wise फ्रीलांसरों को बेहतर विकल्प प्रदान करते हैं।
- लाइव फॉरेक्स रेट:
पारदर्शी दरें प्रदान की जाती हैं, जो बैंक की तुलना में अधिक अनुकूल होती हैं। - मिनिमल ट्रांजैक्शन शुल्क:
इनके शुल्क पारंपरिक बैंक ट्रांसफर के मुकाबले कम होते हैं।
2. स्थानीय बैंक ट्रांसफर को प्राथमिकता दें
सीधे भारतीय बैंक खाते में पैसे निकालने से कई शुल्कों से बचा जा सकता है।
3. कर सहायता का लाभ उठाएं
कई भुगतान प्लेटफॉर्म अब कर गणना और अनुस्मारक सेवाएं भी प्रदान करते हैं। इससे फ्रीलांसर अपने कर दायित्वों को समय पर पूरा कर सकते हैं।
भारत का फ्रीलांसिंग क्षेत्र तेजी से बढ़ रहा है, और फ्रीलांसरों के लिए अपनी आय को अधिकतम करना बेहद जरूरी है। छिपे हुए शुल्कों के प्रति जागरूकता और सही वित्तीय उपकरणों का चयन उनकी कमाई को बढ़ाने में सहायक हो सकता है।