पहली बार भारत आने पर सोनिया इस अभिनेता के नई दिल्ली आवास पर रहीं
शादी पक्की होने पर जब सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) पहली बार भारत आयी तो एयरपोर्ट पर संजय गांधी (Sanjay Gandhi) के साथ अमिताभ बच्चन (Amitabh Bachchan) मौजूद थे। राजीव गांधी ने कहा-, “यह मेरा दोस्त हैं -अमिताभ। शादी से पहले तुम इसी के घर में रहोगी।”
सोनिया ने इटली के स्कूल में कभी भारत का नाम सुना भी नहीं था। राजीव, इंदिरा (Indira Gandhi) और संजय को लंदन में देख कर भारत का अंदाजा लगाना भी मुश्किल था। राजीव और संजय का बचपन तो विशाल तीन मूर्ति भवन में अपने नाना के साथ गुजरा था। उनके रंग-ढंग, चाल-ढाल, बोल-चाल अभिजात्य थे। सोनिया भारत आकर जिस पहले भारतीय से मिली, वे अमिताभ बच्चन थे, जो भविष्य के सुपरस्टार बनने वाले थे। उनके साथ जिस लुटियंस दिल्ली से गुजर कर विलिंगडन क्रिसेंट बंगले पर सोनिया पहुंची, वह भी भारत के सबसे पॉश इलाके में था।
सोनिया गांधी ने किसे कहा अपनी तीसरी मां
सोनिया गांधी को भाषा की समस्या पेश आ रही थी। सोनिया कैम्ब्रिज के लैंग्वेज स्कूल में अंग्रेज़ी सीखने ही गयी थी, लेकिन साल भर में भला क्या सीख पाती ? भारत के रस्म-ओ-रिवाज से परिचय के लिये उसने सोचा कि हिन्दी ही सीख ले। जो घर दिल्ली में उसका मायका बना, वह हिन्दी के कवि हरिवंशराय बच्चन का घर था। धर्मयुग को ’85 में दिये साक्षात्कार में सोनिया कहती हैं, “तेजी बच्चन मेरी तीसरी मां हैं। पहली मां इटली में, दूसरी मम्मी ( इंदिरा गांधी), और तीसरी तेजी बच्चन।
तेजी बच्चन ने ही सोनिया का भारतीय भोजन, श्रृंगार, भाषा, संस्कृति आदि सभी से परिचय करवाया। इतना ही नहीं, तेजी इंदिरा गांधी की करीबी दोस्त थी, और वह जानती थी कि वह एक कठोर सास होगी। डॉमिनेटिंग । सो उसकी हाँ में हाँ मिला कर ही चलना होगा। लगभग एक महीने बाद 25 फरवरी, 1968 को राजीव- सोनिया की शादी हो गयी। सोनिया के पिता अब भी नाराज थे, तो वे आए नहीं।
उस दिन के ‘द हिन्दू’ अखबार के अनुसार, “प्रधानमंत्री आवास पर राजीव- सोनिया विवाह एक साधारण कार्यक्रम में संपन्न हुआ। सोनिया ने ज़री – गोटा साड़ी पहनी थी । वेद मंत्रों और शहनाई के मध्य माला पहनाई गयी । फिरोज गांधी और इंदिरा गांधी के निकट संबंधी ही आए थे। सोनिया के अंकल एंजेलो प्रेदेबोन ने कन्यादान किया। “