BBC Documentary Row: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) पर ब्रिटिश न्यूज एजेंसी बीबीसी (BBC) की डॉक्यूमेंट्री “इंडिया: द मोदी क्वेश्चन” पर मचा बवाल फिलहाल थमने का नाम नहीं ले रहा है। डॉक्यूमेंट्री पर जमकर सियासत हो रही है। भारत सरकार ने डॉक्यूमेंट्री की स्क्रीनिंग पर रोक लगाई तो कांग्रेस समेत तृणमूल कांग्रेस व अन्य राजनैतिक संगठनों ने सवाल उठाया। अब वामपंथी छात्र संगठन भी इसे लेकर हमलावर है। वामपंथी छात्र संगठन एसएफआई (Students’ Federation of India) ने डॉक्यूमेंट्री के देशभर के विश्वविद्यालयों में स्क्रीनिंग की घोषणा की है।
एसएफआई ने इस बाबत एक बयान भी जारी किया। अध्यक्ष वीपी सानू और जनरल सेक्रेटरी मयूख विस्वास ने कहा कि डॉक्यूमेंट्री 2002 में हुए गुजरात दंगे पर केंद्रित है। छात्र संगठन कभी भी स्क्रीनिंग पर रोक बर्दाश्त नहीं करेगा। देशभर के विश्वविद्यालयों में इसकी स्क्रीनिंग की जाएगी। इसके लिए संगठन को तैयारी शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
गौरतलब है कि इंडिया: द मोदी क्वेश्चन दो भाग की एक डॉक्यूमेंट्री सीरीज है। ब्रिटेन में इस डॉक्यूमेंट्री के पहले एपिसोड की स्क्रीनिंग 17 जनवरी को हुई। जिसमें पीएम मोदी के शुरुआती राजनीतिक जीवन के बारे में बताया गया है। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो डॉक्यूमेंट्री में पीएम के खिलाफ ही अधिक चीजें दिखाई गई हैं। पीएम मोदी के गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यकाल पर सवाल उठाए गए हैं।