भारत में हाल के वर्षों में बढ़ी स्टार्टअप की संख्या, युवाओं में क्रेज

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

Business Idea: आजकल खेती-किसानी के प्रति लोगों का आकर्षण बढ़ता जा रहा है, खासकर उन फसलों के प्रति जिनसे अच्छा मुनाफा हो। युवाओं में ऐसी खेती की ओर रुचि बढ़ रही है, जहां कमाई के अवसर ज्यादा हैं। ऐसी ही एक फसल है मशरूम, जिसे लोग अब खेती के रूप में अपनाने लगे हैं। मशरूम की खेती में शुरुआती निवेश बहुत ज्यादा नहीं होता, और इसके उत्पादन की गति भी तेज होती है। साथ ही, इसकी डिमांड भी हमेशा बनी रहती है, जिससे किसान इसे अपने कारोबार के रूप में अपनाने के लिए प्रेरित हो रहे हैं।

जीतू थॉमस का प्रेरणादायक सफर

केरल के निवासी जीतू थॉमस और उनकी मां लीना ने कुछ साल पहले मशरूम की खेती शुरू की थी। शुरूआत में यह केवल एक शौक था, लेकिन जल्द ही उन्हें यह एहसास हुआ कि मशरूम की खेती से अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। आज वह इस खेती से प्रतिदिन 40,000 रुपये कमा रहे हैं, जिससे उनकी महीने की कमाई लगभग 12 लाख रुपये तक पहुँच जाती है।

रोजाना लगभग 100 किलोग्राम मशरूम उगाते

जीतू और उनकी मां ने 5000 वर्ग फीट की जमीन पर मशरूम की खेती शुरू की। वे रोजाना लगभग 100 किलोग्राम मशरूम उगाते हैं। इसके लिए उन्होंने तापमान और आर्द्रता को बनाए रखने के लिए वैज्ञानिक तरीकों का पालन किया। इस खेती के लिए किसी भी प्रकार के भारी निवेश की आवश्यकता नहीं होती, और इसका उत्पादन भी जल्दी होता है। यही कारण है कि युवा किसान इसे अपनी आय का प्रमुख स्रोत बना रहे हैं।

बिचौलियों के बिना सीधा कारोबार

जीतू थॉमस ने अपने व्यवसाय में बिचौलियों को शामिल नहीं किया है। वह अपने उत्पादों को सीधे रिटेल विक्रेताओं को बेचते हैं, जिससे उन्हें अच्छे दाम मिलते हैं और उनका मुनाफा भी बढ़ता है। इसके अलावा, वह मशरूम की खेती में रुचि रखने वाले लोगों को ट्रेनिंग भी देते हैं। अब तक उनके प्रशिक्षण कार्यक्रम में 1000 से अधिक लोग शामिल हो चुके हैं, और यह संख्या लगातार बढ़ रही है।

मशरूम की खेती के फायदे और संभावनाएं

जीतू का कहना है कि मशरूम की खेती में अपार संभावनाएं हैं। अगर इसे सही तरीके से किया जाए, तो इससे अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है। मशरूम की खेती के लिए बहुत अधिक निवेश की जरूरत नहीं होती, और यदि इसे अच्छे तरीके से किया जाए तो लाभ काफी बढ़ सकता है।

शुरुआत का तरीका और प्रशिक्षण

जीतू ने 2018 में अपने कमरे में मशरूम की खेती शुरू की थी। उन्हें इंटरनेट पर एक वीडियो देखने के बाद मशरूम उगाने की प्रेरणा मिली थी, जिसमें एक व्यक्ति ने प्लास्टिक की बोतल में मशरूम उगाया था। इस वीडियो को देखने के बाद उन्होंने इसे अपने शौक के तौर पर शुरू किया, लेकिन बाद में यह उनके लिए एक व्यवसाय का रूप ले लिया। उन्होंने मशरूम की खेती में अधिक ज्ञान प्राप्त करने के लिए एक कोर्स भी किया। आज उनकी कंपनी में 1000 मशरूम बेड हैं।

मशरूम के प्रकार और उनकी मांग

मशरूम की कई किस्में होती हैं, लेकिन अच्छी कमाई के लिए सफेद बटर मशरूम, ऑयस्टर मशरूम, दूधिया मशरूम, पैडीस्ट्रा मशरूम और शिटाके मशरूम प्रमुख रूप से उगाए जाते हैं। इनकी मांग बाजार में हमेशा बनी रहती है और इनका भाव भी अच्छा होता है, जिससे किसान को बेहतर मुनाफा मिलता है। मशरूम की खेती में लागत और मुनाफे के बीच का अंतर अधिक होता है, यानी यदि इसे सही तरीके से किया जाए तो अच्छा प्रॉफिट कमाया जा सकता है। लेकिन इसके लिए जरूरी है कि किसान को पर्याप्त ज्ञान हो, ताकि वह इस खेती को सही तरीके से कर सके।

बता दें कि, मशरूम की खेती एक ऐसा व्यवसाय है जिसमें कम लागत और ज्यादा मुनाफे की संभावना है। अगर आप भी इस क्षेत्र में कदम रखना चाहते हैं, तो आपको इसकी पूरी जानकारी और प्रशिक्षण लेना चाहिए। जैसे जीतू थॉमस और उनकी मां लीना ने किया, आप भी इस खेती को अपनाकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।

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