Money making Tips: जानें रीड की सरल निवेश रणनीति! आपकी भी बढ़ेगी समझ
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
Money making Tips: क्या आप सोच सकते हैं कि एक साधारण सी नौकरी करने वाला इंसान जो 17 साल तक जेनिटर यानी सफाई कर्मचारी की नौकरी करता रहा, वह एक दिन 68 करोड़ रुपये का फंड छोड़ जाए? हां, यह कहानी है रॉनल्ड रीड की, जिन्होंने जीवनभर साधारण तरीके से निवेश किया और एक बड़ी संपत्ति बना डाली। इस कहानी के जरिए हमें यह सिखने को मिलता है कि कैसे साधारण और धैर्यपूर्ण निवेश की रणनीति से कोई भी व्यक्ति वित्तीय स्वतंत्रता पा सकता है।
रॉनल्ड रीड की कहानी
रॉनल्ड रीड ने अपनी ज़िंदगी के 25 साल एक पेट्रोल पंप पर काम करते हुए बिताए, और फिर 17 साल एक कंपनी में जेनिटर के तौर पर काम किया। इन नौकरियों से उनका वेतन बहुत औसत था, लेकिन उन्होंने अपनी ज़िंदगी में एक महत्वपूर्ण बदलाव किया। उन्होंने अपने कमाए हुए पैसों को निवेश में लगाया और उन्हें यह पता था कि लंबे समय तक टिके रहने से ही पैसा बनता है। रीड का निवेश कोई शॉर्टकट नहीं था, बल्कि उन्होंने एक सिंपल और लॉन्ग टर्म निवेश की रणनीति अपनाई।
रीड का निवेश तरीका
रॉनल्ड रीड का निवेश तरीका बहुत साधारण था। उन्होंने कभी भी किसी ट्रेडिंग या हाइपर-ग्रोथ स्टॉक्स में निवेश नहीं किया, जिनकी उन्हें समझ नहीं थी। बल्कि, उन्होंने हमेशा ब्लू चिप कंपनियों में निवेश किया, जैसे पीएंडजी (Procter & Gamble), जॉनसन एंड जॉनसन और सीवीएस हेल्थ जैसी कंपनियां। ये कंपनियां न केवल स्थिर होती हैं, बल्कि इन्हें डिविडेंड भी मिलता है, जो निवेशक को नियमित आय प्रदान करता है।
रीड का मानना था कि सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप डिविडेंड देने वाले स्टॉक्स में निवेश करें और फिर उन डिविडेंड्स से और अधिक स्टॉक्स खरीदें। उनका कहना था कि इस प्रक्रिया को लगातार जारी रखें और समय के साथ आपका पोर्टफोलियो बढ़ता जाएगा। यही कारण था कि उनके पोर्टफोलियो में 95 शेयर थे, जिनमें से अधिकांश लार्ज कैप कंपनियों के थे।
2008 के मंदी का सामना करना पड़ा!
जब 2008 में वैश्विक वित्तीय संकट आया और लिमन ब्रदर्स जैसी बड़ी कंपनियां डूब गईं, तब भी रीड को कोई ज्यादा फर्क नहीं पड़ा। उनका पोर्टफोलियो बहुत डायवर्सिफाइड था, यानी उन्होंने कई अलग-अलग कंपनियों में निवेश किया था, जिससे उनका नुकसान बहुत कम हुआ। इसने यह साबित किया कि अगर आप अपने निवेश को सही तरीके से विविधित करें तो किसी भी बाजार की गिरावट का असर आपके पूरे पोर्टफोलियो पर नहीं पड़ता।
क्या भारतीय निवेशकों के लिए है यह सीख?
कुमार का कहना है कि रीड की कहानी भारतीय निवेशकों के लिए एक बड़ा संदेश है। जैसे रीड ने अमेरिका की ब्लू चिप कंपनियों में निवेश किया, वैसे ही भारत में भी कई क्वालिटी स्टॉक्स हैं, जिनकी डिविडेंड हिस्ट्री बहुत शानदार है। भले ही ये कंपनियां सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय न बनें, लेकिन इन कंपनियों ने लॉन्ग टर्म में अच्छा वेल्थ क्रिएशन किया है। भारत में भी कई ऐसी कंपनियां हैं जो डिविडेंड देने के साथ-साथ मजबूत फंडामेंटल्स वाली हैं, और इन कंपनियों में निवेश करके आप भी भविष्य में अच्छा रिटर्न प्राप्त कर सकते हैं।
साधारण निवेश रणनीति की ताकत
रीड की सफलता हमें यह सिखाती है कि अगर आप जल्दी पैसा बनाने के बजाय लंबी रेस का घोड़ा बनते हैं, तो आप भी एक दिन वित्तीय स्वतंत्रता पा सकते हैं। आपको न तो कोई जादुई ट्रिक अपनानी है और न ही बाजार के उतार-चढ़ाव से घबराना है। सिर्फ धैर्य और सही रणनीति की जरूरत है। जैसे रीड ने कभी भी घबराहट में आकर निवेश नहीं किया, बल्कि समय के साथ धैर्य से निवेश करते गए, उसी तरह आप भी लंबे समय तक टिके रहें और सही स्टॉक्स में निवेश करें।
रॉनल्ड रीड की कहानी एक प्रेरणा है कि अगर आप साधारण तरीके से निवेश करते हैं और समय के साथ उसे बढ़ने देते हैं, तो आप भी एक दिन करोड़पति बन सकते हैं। निवेश के लिए आपको कोई जटिल रणनीति अपनाने की जरूरत नहीं है, बस समझदारी से काम लें और धैर्य रखें। याद रखें, “जमे रहो” और सही दिशा में निवेश करते रहें।