Badhai ho Badhai, Ghar me Anand chaya geet
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।
ना केवल दिल्ली बल्कि पूरे देश में लोकगीतों की एक समृद्ध परंपरा है। देश के हर कोने में बच्चे के जन्म के बाद सोहर गाने का रिवाज है। दिल्ली में तो धूम धाम से बच्चे के जन्म का जश्न मनाया जाता है। परंपराओं का पालन किया जाता है और धार्मिक अनुष्ठान आयोजित किए जाते हैं। इस शुभ दिन गाए जाने वाले यह गीत आपके समक्ष प्रस्तुत है।
Badhai ho badhai sohar geet Lyrics
बधाई हो बधाई, घर में आनंद छाया।
सुख का दीप जले, ललना ने जनम लिया।
ललना ने जनम लिया, खुशियों की बरसात हुई।
सभी मिलकर गाओ, घर में खुशी का पर्व हुआ।
घर में खुशी का पर्व हुआ, सबने मिल बधाई गाई।
नाचे गाए सब जन मिलकर, आई आनंद की घटा छाई।
बधाई हो बधाई, घर में आनंद छाया।
सुख का दीप जले, ललना ने जनम लिया।
ललना की किलकारी से, गूंज उठा घर सारा।
माँ के मुख पर हँसी, जैसे फूल खिला प्यारा।
पिता की आँखों में चमक, जैसे सितारे जले।
भाई-बहन सब झूम उठे, जब ललना ने जनम लिया।
बधाई हो बधाई, घर में आनंद छाया।
सुख का दीप जले, ललना ने जनम लिया।
सखियाँ सब आई मिलकर, बधाई गीत गाए।
माँ को सबने गले लगाया, और गले से लगाए।
बधाई हो बधाई, घर में आनंद छाया।
सुख का दीप जले, ललना ने जनम लिया।
ललना ने जनम लिया, खुशियों की बरसात हुई।
सभी मिलकर गाओ, घर में खुशी का पर्व हुआ।
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