राजधानी की भागदौड़ भरी जिंदगी…गलाकाट प्रतिस्पर्धाओं का दौर…कई बार युवा अपने पथ से भटक जाते हैं। उन्हें सही मार्गदर्शन की जरूरत होती है। स्वामी विवेकानंद के विचार युवाओं की जिंदगी बदल सकते हैं। स्वामी जी के विचारों को प्रत्येक युवा तक पहुंचाने के भगीरथ प्रयास में जुटा है कन्याकुमारी का विवेकानंद क्रेंद। इसकी दिल्ली शाखा पिछले 6 वर्षो से युवाओं तक स्वामी विवेकानंद और भारत को जानने के लिए एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन करते आ रही है। इस कार्यक्रम का नाम है “Young India: Know Thyself-युवा भारत खुद को जानो”।
कार्यक्रम के पथप्रदर्शक और विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी,उत्तर प्रान्त के प्रान्त युवा प्रमुख निखिल यादव ने बताया की इस कार्यक्रम में दिल्ली विश्वविद्यालय , जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय और दिल्ली में स्थित अन्य संस्थाओं के हजारों युवा भाग लेते है। कार्यक्रम की शुरुवात 2017 में हुई थी। इस कार्यक्रम की विशेषता है की यह युवाओं के द्वारा आयोजित युवाओं के लिए कार्यक्रम है। इसका मुख्य उद्देश्य है युवाओं के अंदर उद्देश्य पूर्ण जीवन जीने के लिए प्रेरित करना। युवा अपने आप को पहले जाने, फिर अपनी शक्ति को समझे और राष्ट्र निर्माण में अपना योगदान दे। वरना हम देखते है की उद्देश्य हीन जीवन कैसे युवाओं को दिशाहीन कार्य में ले जाता है।
चार चरणों में आयोजन
यह कार्यक्रम एक नेतृत्व विकास कार्यक्रम है, जिसमें दिल्ली-एनसीआर के 16 से 23 वर्ष की आयु के युवा भाग ले सकते है। यह कार्यक्रम 4 चरण में होता है जिसका प्रथम चरण है पंजीकरण, दूसरा ऑनलाइन परीक्षा जो की स्वामी विवेकानंद , भगिनी निवेदिता और सामान्य ज्ञान पर आधारित होता है। तीसरा चरण है एक दिवसीय नेतृत्व विकास कार्यशाला जिसमे राष्ट्रभक्ति गीत और संवादात्मक परिचय,अनेकों रोचक खेल जिससे शारीरिक और मानसिक चेतना को बल प्रदान किया जा सके। स्किल प्रेसेंटेशन जिसमे अपने सहयोगियों के साथ मिलकर केवल 20 मिनट में, 3 मिनट की नाटकीय प्रस्तुति तैयार कर बेजिझक सबके सामने प्रस्तुत करना होता है। समूह परिचर्चा भी होती है। अंतिम और चौथा चरण है 5 दिवसीय आवासीय शिविर। इसके बाद युवा खुद इस कार्यक्रम और भारतीय संस्कृति से जुड़े हुए अन्य उत्सवों को अपने कॉलेज में आयोजित करवाते है।
निखिल यादव ने यह भी बताया की कोरोना काल के आगमन से ही युवाओं में अपने भविष्य के प्रति एक असमंजस की स्तिथि बनी हुई थी। दो वर्षो के बाद कॉलेज तो खुले है लेकिन इस बीच के काल में सिर्फ पढ़ाई के स्तर पर ही नहीं बल्कि मानसिक और भावनात्मक तौर पर भी युवाओं को जूझना पड़ा है। यह कार्यक्रम हर उस युवा के लिए एक संजीवनी के तौर पर काम करेगा। इस वर्ष सीजन -6 का शुभारंभ हो चुका है। नरेश कुमार जी (आईएएस) दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव और माननीय हनुमंत राव जी, विवेकानंद केंद्र कन्याकुमारी के अखिल भारतीय उपाध्यक्ष की उपस्तिथि में। अभी तक एक हज़ार से ज्यादा युवा इसमें पंजीकृत भी कर चुके है।