साल 2025 में निवेशकों को सोच समझकर निवेश करने की सलाह

दी यंगिस्तान, नई दिल्ली।

2024 में भारतीय शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव का दौर रहा, जहां कई आईपीओ ने शानदार रिटर्न दिया, वहीं कुछ ने निवेशकों को भारी नुकसान भी हुआ। इस साल के सबसे चर्चित और चर्चाओं में रहे पांच आईपीओ पर एक नजर डालते हैं:

1. Hyundai Motor India – रिकॉर्ड तोड़ने के बावजूद गिरावट

हुंडई मोटर इंडिया ने भारतीय शेयर बाजार में सबसे बड़े आईपीओ का रिकॉर्ड तोड़ा। 22 अक्टूबर को लिस्ट होने के बाद, शुरुआती उछाल देखने को मिला, लेकिन बाद में इसके शेयरों में 5.01% की गिरावट आई। अब कंपनी का शेयर ₹1,751.35 पर ट्रेड हो रहा है।

2. Swiggy Ltd – जबरदस्त बढ़त से निवेशकों को फायदा

फूड डिलीवरी कंपनी स्विग्गी ने 13 नवंबर को अपना आईपीओ लॉन्च किया, जिसका बुक साइज ₹11,327.43 करोड़ था। इसके शेयरों में 33.09% की बढ़ोतरी हुई और शेयर की कीमत ₹573.20 तक पहुंच गई, जिससे निवेशकों को अच्छा मुनाफा हुआ।

3. Ola Electric – उतार-चढ़ाव भरा साल

ओला इलेक्ट्रिक ने ₹6,145.56 करोड़ के आईपीओ के साथ अगस्त में लिस्टिंग की। इसके बाद शेयरों में 4.47% की बढ़ोतरी हुई और एक शेयर की कीमत ₹95.28 तक पहुंच गई, हालांकि यह साल ओला के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आया।

4. Afcons Infrastructure – लगातार बढ़ते शेयर

शापूरजी पल्लोनजी ग्रुप की अफकॉन्स इंफ्रास्ट्रक्चर ने नवंबर में ₹5,430 करोड़ के आईपीओ के साथ लिस्टिंग की। इसके बाद कंपनी के शेयरों में 9.77% की बढ़त आई, और शेयर की कीमत ₹538.80 तक पहुंच गई।

5. Bajaj Housing Finance – निराशाजनक प्रदर्शन

बजाज हाउसिंग फाइनेंस ने ₹6,560 करोड़ के आईपीओ के साथ 16 सितंबर को लिस्टिंग की थी। शुरूआत में अच्छा प्रदर्शन करने के बाद इसके शेयरों में 23.01% की गिरावट आई, और अब इसका शेयर ₹126.05 पर ट्रेड हो रहा है।

2024 के ये पांच आईपीओ शेयर बाजार में सबसे ज्यादा चर्चा में रहे, जिनमें से कुछ ने निवेशकों को लाभ दिया, तो कुछ ने नुकसान।



आईपीओ (IPO) में निवेश करते समय 2025 में बरते सावधानी

स्मॉल निवेश करें: शुरुआत में अधिक पैसे का निवेश करने से बचें। छोटे निवेश के साथ आप बाजार की परिस्थितियों को परख सकते हैं।

कंपनी का विश्लेषण करें: आईपीओ से पहले कंपनी की वित्तीय स्थिति, बिजनेस मॉडल, प्रबंधन टीम और विकास की दिशा को ध्यान से समझें। इसके अलावा, कंपनी का इतिहास और भविष्य की संभावनाओं को भी परखें।

प्राइस बैंड का मूल्यांकन करें: आईपीओ का प्राइस बैंड बहुत महत्वपूर्ण होता है। इससे यह पता चलता है कि कंपनी के शेयर की कीमत कितनी उचित है। इसे बाजार मूल्य और कंपनी की वित्तीय स्थिति से तुलना करें।

मार्केट कंडीशंस का आकलन करें: आईपीओ की सफलता बाजार की स्थितियों पर निर्भर करती है। निवेश से पहले मौजूदा आर्थिक और बाजार की स्थितियों को समझें। कमजोर बाजार स्थितियों में आईपीओ का प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है।

लॉन्ग टर्म दृष्टिकोण रखें: आईपीओ में निवेश करते समय दीर्घकालिक दृष्टिकोण अपनाना बेहतर होता है, क्योंकि शॉर्ट टर्म में शेयर की कीमत में उतार-चढ़ाव हो सकते हैं।

पारदर्शिता और डिस्क्लोजर की जांच करें: कंपनी की वित्तीय रिपोर्ट और आईपीओ डॉक्युमेंट्स में पारदर्शिता सुनिश्चित करें। इसके अलावा, कंपनी ने जो भी जोखिम फैक्टर बताए हैं, उन्हें अच्छी तरह से समझें।

आवंटन प्रक्रिया को समझें: आईपीओ में निवेश करने से पहले आवंटन प्रक्रिया को समझना ज़रूरी है। कभी-कभी ओवरसबसक्रिप्शन की स्थिति में आपको जितनी उम्मीद होती है, उतनी संख्या में शेयर नहीं मिल सकते।

रिस्क को समझें: आईपीओ में निवेश हमेशा जोखिम भरा हो सकता है। अगर कंपनी का व्यवसाय अच्छा नहीं चलता, तो शेयर की कीमत गिर सकती है। इस कारण, जोखिम को पूरी तरह से समझें और तभी निवेश करें जब आपको उसकी क्षमता पर विश्वास हो।

Spread the love

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here