Mulayam Singh Yadav Death news: यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री और समाजवादी पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव का आज सुबह निधन हो गया। उन्होंने 82 साल की उम्र में गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में आज सुबह 8:16 बजे आखिरी सांस ली। मुलायम सिंह यादव को 22 अगस्त को सांस लेने में तकलीफ और लो ब्लड प्रेशर की शिकायत के बाद मेदांता अस्पताल (Medanta Hospital)में भर्ती करवाया गया था। उनके निधन से सियासी गलियारे में शोक की लहर दौड़ पड़ी है।
एक साधु ने की भविष्यवाणी
होनहार बिरवान के होत चीकने पात’ और ‘पूत के पैर पालने में ही नजर आ जाते हैं’ नामक कहावतें मुलायम सिंह यादव (mulayam singh yadav) के जीवन के प्रारंभ में ही चरितार्थ होने लगी थी। मुलायम सिंह की माता जी ने एक इंटरव्यू में यह किस्सा बताया था। उन्होंने कहा था कि “मुलायम उस समय बच्चे ही थे। उस समय इनके सुडौल शरीर, मनमोहक रूप और शरीर के शुभ सामुद्रिक लक्षणों को देखकर गांव में आये हुए एक साधु ने इन्हें अपनी गोद में उठा लिया और भविष्यवाणी की कि यह बालक बड़ा होनहार है। यह आगे चलकर अपने मां-बाप का नाम रोशन करेगा।” बात आई-गई हो गई। उस समय शायद ही किसी को विश्वास हुआ होगा कि यह बालक अपने गांव का ही नहीं, वरन पूरे उत्तर प्रदेश और भारत का नाम विश्व स्तर पर चमकाकर अपने माता-पिता को सम्मान दिलाएगा।
बचपन से ही मुलायम सिंह विलक्षण प्रतिभा के धनी थे। वे आसपास रहने वाले अन्य बालकों से अलग हटकर थे। वे चिंतनशील थे और हर समय समाज और देश के बारे में कुछ न-कुछ सोचते रहते थे। वे बाहर से शांत रहते थे, लेकिन उनके अंदर कुछ कर गुजरने की आग हर समय धधकती रहती थी। वे बहुत कुछ करना चाहते थे, लेकिन परिस्थितियों और समय का विचारकर चुप रह जाते थे और उचित अवसर की तलाश में रहते थे।