आप जो खुद खा सकते हैं, वहीं दूसरों को खिलाएं। पिता की इसी सीख पर पंडारा रोड स्थित वेज गुलाटी रेस्टोरेंट की नींव पड़ी। यह पिता के संस्कार, प्यार, दुलार का ही नतीजा था कि देखते ही देखते रेस्टोरेंट जायका पसंद दिल्लीवासियों का पसंदीदा ठौर बन गया। वेज गुलाटी रेस्टोरेंट को दिल्ली में नवरात्र में प्याज, लहसून के बिना लजीज जायका खिलाने का श्रेय भी जाता है। यहां मेन्यू की विविधता एवं घर जैसा स्वाद का ही जादू है कि दिल्ली- एनसीआर ही नहीं विदेशों से भी पर्यटक खींचे चले आते हैं। बालीवुड के दिग्गज कलाकार भी यहां खाने का स्वाद चख चुके हैं।

veg gulati

वेज गुलाटी के मालिक प्रवीण गुलाटी कहते हैं कि उनके पिता फकीर चंद गुलाटी सन 1945 में पाकिस्तान से दिल्ली आए थे। सन 1950 में इन्होंने खाने का काम शुरू किया। सबसे पहले बड़ौदा हाउस के सामने इंडिया गेट पार्क में एक छोटा सा स्टॉल खोला। इस स्टॉल पर छोले, रोटी, सब्जी खिलाते थे। यह दुकान शुरूआती दिनों में ही लोगों के बीच खूब लोकप्रिय हो गई। इसके बाद पिता का अगला पड़ाव पंडारा रोड मार्केट था। दरअसल, सन 1959 में पंडारा रोड मार्केट बना। यहां फकीर चंद ने पहले एक दुकान खोली। महज एक दुकान से जायके का जो सफर शुरू हुआ वह चंद सालों में तीन रेस्टोरेंट तक पहुंच गया। प्रवीण कहते हैं कि हम तीन भाई है। सबसे पहले विनोद गुलाटी ने ज्वाइन किया उसके बाद खुद मैं और छोटा भाई अनिल गुलाटी भी जायके के इस सफर के हमसफर बने।

नवरात्रों की पहल

प्रवीण कहते हैं कि पहले नवरात्र के समय दिल्लीवासी बाहर खाना मुनासिब नहीं समझते थे। कारण, रेस्टोरेंट में प्याज-लहसून समेत नॉनवेज मिलता था। हमने सन 1991 में सबसे पहले नवरात्र में शुद्ध शाकाहारी खाना परोसना शुरू किया। हम नॉनवेज छोड़िए इन दिनों प्याज और लहसून तक नहीं बनाते। यह प्रयोग लोगों ने खूब पसंद किया और इसी के फलस्वरूप सन 1997 में वेज गुलाटी रेस्टोरेंट खुला।

लाजवाब जायका

प्रवीण कहते हैं कि रेस्टोरेंट के बोर्ड पर तीन शब्द लिखे हैं। प्योर, डिलिसियस और डिवाइन। हम इसे ही मूलमंत्र मान खाना बनाते हैं। यहां की दिलबाग कोफ्ता, पनीर टिक्का लबाबदार, दाल मखनी खाने दूर दूर से लोग आते हैं। स्वीट डिश भी यहां का यूनिक है। यहां लौकी और गाजर की खीर एवं फ्रूट श्रीखंड मिलता है। पंजाब का चूर-चूर नॉन और पराठा भी यहां खाया जा सकता है। हरा भरा साग, खुम्ब की बहार, भुट्टे के नजराने, शोरबा, दही सलाद पापड़, पनीर हांडी भी लोग बड़े चाव से खाते हैं।

नेता ही नहीं अभिनेता भी दीवाने

प्रवीण कहते हैं कि बालीवुड के सुपरस्टॉर राजेश खन्ना और शत्रुघ्न सिन्हा यहां वेज खाने आते थे। चुनाव के दिनों में दोनों यहीं खाना खाते थे। इसी तरह एक बार रेस्टोरेंट पर तारक मेहता का उल्टा चश्मा की स्टारकास्ट ने पहुंचकर सबको चौंका दिया था। दया भाभी, जेठा ने यहां के खाने की खूब तारीफ की थी।

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