खूबसूरत बरामदा, लकड़ी की खूबसूरत नक्काशी, करीने से सजी कुर्सियां, पुरानी मेहराब, सजावटी गेटवे, मार्बल फ्लोर और इन सबके बीच सूरज की रोशनी से सराबोर गली गुलियान स्थित धर्मपुरा हवेली किसी भी पर्यटक के दिल को छू लेती है। हवेली की भव्यता जितना आंखों को सुकून देती हैं उतना ही लखोरी जायका पसंद लोगों को तसल्ली। जी हां, पुरानी दिल्ली के जायके के लिए आपको जामा मस्जिद, चांदनी चौक, चावड़ी बाजार, सीताराम बाजार आदि जगहों पर जाने की जरूरत नहीं। यहां धर्मपुरा हवेली में एक छत के नीचे पुरानी दिल्ली के एक दो नहीं बल्कि 50 से ज्यादा लजीज जायके उपलब्ध है। यानी, हवेली की खूबसूरती संग जायके का तड़का। शायद यही कारण है कि देशी विदेशी पर्यटक प्रतिदिन बड़ी संख्या में आते हैं।

लखोरी में खास क्या?

हवेली में ग्राउंड फ्लोर पर ही लखोरी रेस्टोरेंट है। रेस्टोरेंट कर्मचारी कहते हैं कि रेस्टोरेंट बनाने में लखोरी ईटों का प्रयोग किया गया है, इसलिए इसे लखोरी रेस्टोरेंट कहकर लोग बुलाते हैं। ईटों के सिलसिलेवार क्रम के बीच जगमगाते अलग अलग रंगों की लाइटें इस रेस्टोरेंट को शाही रेस्टोरेंट का लुक देती है। यूनिक पेंटिंग, शानदार सोफे और कुर्सियों से सजा डाइनिंग टेबल मुगल शासकों की शानो शौकत बयां करता है।

जायके का संसार

कर्मचारियों ने बताया कि यहां पुरानी दिल्ली का रहन सहन, खान पान आसानी से परिलक्षित होता है। पुरानी दिल्ली की 50 डिश यहां खायी जा सकती है। मेन्यू हर हफ्ते चेंज होता है। मेन्यू में कम से कम पुरानी दिल्ली के 17 स्ट्रीट फूड शामिल होते हैं। यहां आप रिफ्रेशिंग कांजी से शुरूआत कर सकते हैं। यह ना केवल बचपन की याद दिलाएगा बल्कि आपको पसंद आएगा। कांजी हल्दी, पीला सरसो, काला नमक आदि से मिलाकर तैयार किया जाता है। जब तक कांजी बन रहा है तब तक रुमाली रोटी, रुमाली मसाला का स्वाद भी चखा जा सकता है। तवा पर सेंका, क्रिस्पी डिश के उपर टमाटर और प्याज मिलाकर सर्व किया जाता है। यह मसाला पापड़ी की भी याद दिलाएगा।

वहीं चांदनी चौक की चाट के अलग अलग स्वाद भी यहां चख सकते हैं। लेकिन यदि पर्यटकों की फेवरिट की बात करें तो एक पर्यटक ने बताया कि उन्हें पालक पत्ता चाट पसंद है। मीठी और पुदीना चटनी के साथ काला नमक मिला सर्व करते हैं। इसके अलावा दही पकौड़ी भी यहां की बेहतरीन है।

दिल्ली-6 मेन्यू में

यहां दिल्ली-6 समेत डेजर्ट नाम से कई रेसिपी उपलब्ध है। गली गुलियान दाल तड़का, आलू कतलियान अचारी, धर्मपुरा स्पेशल दाल, चांदनी चौक स्पेशल पनीर, पुरानी दिल्ली की पनीर टोकरी, किनारी बाजार कोफ्ता, मशरूम मखाना, मशाला मशरूम, लखोरी पनीर मसाला, लौकी मलाई कोफ्ता समेत कोकोनट सलाद, आम कुल्फी फलूदा, दौलत की चाट, आलू पान का जरदा, केसर इलायची रबड़ी, दरीबा फिरनी शाकाहारी भोजन पसंद करने वालों के लिए उपलब्ध है। रेस्टोरेंट में मुगलई जायकों में लिपटा नानवेज भी मिलता है। टेबल के बीच लगा फौव्वारा खाना खाते लोगों को एक सुखद अनुभूति का एहसास कराता है। वहीं शिंकजी, खुश मौसम के हिसाब से परोसे जाते हैं। कर्मचारी कहते हैं कि गर्मियों में आम भी यहां उपलब्ध है। मैंगो कुल्फी लोग खूब पसंद करते हैं। साथ ही रबड़ी फलूदा भी दमभर कर लोग खाते हैं।

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