शाहरुख खान के बंगले मन्नत का दिलचस्प इतिहास
शाहरुख खान का बंगला मन्नत (shahrukh khan mannat) आज मुंबई का लैंडमार्क है। मुंबई घूमने आने वाला शायद ही कोई पर्यटक मन्नत नहीं देखता होगा। दरअसल, यह केवल एक बंगला नहीं है। यह युवाओं की उम्मीदों का प्रतीक है। ऐसे युवा, जो मायानगरी में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं। ऐसे युवा, जो हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में नाम कमाना चाहते हैं। शाहरुख खान ने इस बंगले को कब खरीदा? उसके पहले मन्नत का इतिहास क्या है? ये सब आज हम इस आर्टिकल में आपको बताएंगे….
देशनामा यूट्यूब चैनल ने एक वीडियो में इस पर विस्तार से जानकारी दी है। चैनल के वीडियो के अनुसार शाहरुख खान ने पहली बार 1997 में इस बंगले को खरीदने का मन बनाया था। 2002 में शाहरुख खान ने यह बंगला खरीद भी लिया। लेकिन क्या आपको पता है कि मन्नत (shahrukh khan mannat) का इतिहास केवल शाहरुख खान से जुड़ा नहीं है। इसका इतिहास सवा सौ साल पुराना है।
शाहरुख खान ने सबसे पहले 1997 में यह बंगला देखा था। उस समय शाहरुख बांद्रा बैंडस्टैंड में अजीज मिर्जा की फिल्म यस बॉस की शूटिंग कर रहे थे। जिस समय शाहरुख खान ने बांद्रा इलाके में सी फेसिंग वाला ये बंगला पसंद किया था। उस समय इस बंगले का नाम विला वियना था। इस दौर में शाहरुख खान मुंबई के कार्टर रोड पर श्री अमृत अपार्टमेंट के ए विंग में सातवें फ्लोर पर 3 बीएचके फ्लैट में रहते थे। 702 नंबर फ्लैट भी सी फेसिंग था। मुंबई में शाहरुख खान द्वारा खरीदी गई यह पहली प्रॉपर्टी थी।
पांच साल लग गए
बंगला पसंद आने के बाद शाहरुख खान ने इसके मालिक का पता लगाना शुरू किया। इसमें शाहरुख खान को पांच साल लग गए। काफी लंबे समय मनाने के बाद आखिरकार शाहरुख खान इस बंगले के मालिक नरीमन दुबाश को मनाने में कामयाब हुए। आखिरकार वह दिन भी आ गया जब शाहरुख ने रजिस्ट्री कराई। 2002 में शाहरुख ने इस बंगले को बाई खोरशेद भानु संजना ट्रस्ट से खरीदा। जिसके चीफ ट्रस्टी नरीमन दुभाष थे।
शाहरुख खान ने इस बंगले (shahrukh khan mannat) के लिए करीब 13.32 करोड़ रुपए की कीमत चुकाई। सन 2005 में शाहरुख खान को इस बंगले का कब्जा मिला।
जन्नत रखना चाहते थे नाम
पहले पहल शाहरुख खान इस बंगले का नाम जन्न्त रखना चाहते थे। लेकिन इसका नाम मन्नत (shahrukh khan mannat) पड़ा। इसके पीछे भी दिलचस्प वाकया है। दरअसल, शाहरुख जब इस बंगले को खरीद रहे थे। तब डील के साथ शाहरुख की कई मन्नतें पूरी होती चली गईं। इसलिए उन्होंने बंगले का नाम जन्नत की जगह मन्नत रखा।
शाहरुख़ ने अपने परिवार की ज़रूरतों के हिसाब से बंगले में बदलाव कराए…मूल बंगले का डिजाइन वैसा ही रखा गया लेकिन पीछे खाली जगह पर दो बेसमेंट और छह मंज़िला वाली नई इमारत खड़ी की गई…. इसके लिए 2016 में बंगले में बड़ा रिनोवेशन हुआ…इस बंगले का कुल क्षेत्रफल 27,032 वर्ग फीट है. वैसे तो शाहरुख़ का बंगले की कीमत का आज के हिसाब से अनुमान लगाना मुश्किल है लेकिन बाज़ार अनुमान के मुताबिक इसकी जगह जगह की ही कीमत आज साढ़े तीन सौ करोड़ से कम नहीं होगी… वैसे फोर्ब्स के ताजा फेहरिस्त में शाहरुख की टोटल नेटवर्थ 6,300 करोड़ रुपए आंकी गई है…
25 लाख की नेम प्लेट
मन्नत (shahrukh khan mannat) कितना आलीशान है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि बंगले के बाहर 25 लाख रुपये की नेम प्लेट लगी है। यह एक खास तरह का ग्लास क्रिस्टल्स से बना नेम प्लेट है। शाहरुख ने अपनी पत्नी गौरी के साथ मन्नत में सजावट के लिए दुनियाभर से नायाब कलाकृतियां एकत्र की। दीवारों पर एमएफ हुसैन की कलाकृतियां लगी हैं। छतों से झाड़फानूस लटकते हैं।
शाहरुख के मूल बंगले में छह बेडरूम हैं। मास्टर बेडरूम की बालकनी से अरब सागर का खूबसूरत दृश्य नजर आता है। मन्नत में डाइनिंग रूम में वुडन डाइनिंग टेबल पर एक साथ तीस लोग बैठ कर खाना खा सकते हैं… मन्नत में 50 सीटों की कैपेसिटी वाला थिएटर, सेपरेट एंटरटेनमेंट एरिया, जिम, स्विमिंग पुल, पार्टी आदि के लिए खुला सी फेसिंग टेरेस मौजूद है। शाहरुख को रीडिंग का बहुत शौक है इसलिए मन्नत की लाइब्रेरी में बुक्स का बड़ा कलेक्शन है।
मन्नत का दिलचस्प इतिहास
मन्नत ग्रेड 3 हेरिटेज विला है। इस बंगले के ठीक पास स्थित केकी मंजिल का भी इतिहास मन्नत से गहरे तौर पर जुड़ा है। मन्नत की कहानी उन्नीसवीं सदी के आखिर में शुरू में होती है…तब मंडी रियासत के राजा बिजय सेन ने अपनी पत्नी के लिए ये शानदार बंगला बैंडस्टैंड बांद्रा में बनवाया था।
बिजय सेन के निधन के बाद उनके वंशजों से ये बंगला 1915 के आसपास गुजराती मूल के पारसी कारोबारी मानेकजी बाटलीवाला ने खरीदा। मानेक जी बाटलीवाला ने आगे चलकर ये विला, अपनी बहन खुरशेद बाई और उनके पति को सौंप दिया। खुरशेद की कोई संतान नहीं थी, उन्होंने ये बंगला अपनी छोटी बहन गुलबानो को सौंप दिया। गुलबानो के बेटे नरीमन दुबाश से ही शाहरुख ने ये बंगला खरीदा।
मन्नत के पास केकी मंजिल बंगला
मन्नत के साथ केकी मजिल बंगले का जिक्र अनिवार्य है। 1915 में विला वियना के मालिक मानेकजी बाटलीवाला की बेटी रोशन और दामाद मिनोचेर गांडी ने विला वियना के साथ वाला प्लॉट खरीद कर केकी मंजिल का निर्माण करवाया था।
यह बंगला 1921 में बनकर पूरा हुआ। रोशन और मिनोचर के बेटे आगे चलकर केकू गांडी मशहूर गैलरिस्ट बने। भारत में मॉर्डन आर्ट को बढ़ावा देने में केकू गांडी का बड़ा योगदान माना जाता है।
सलमान भी खरीदना चाहते थे मन्नत
आपको यह जानकर हैरानी होगी कि शाहरुख खान से पहले सलमान खान मन्नत खरीदना चाहते थे। लेकिन सलमान खान के पिता सलीम खान ने इसके लिए मना कर दिया था। जिसके बाद सलमान अपने पिता के साथ शाहरुख के बंगले के नजदीक ही बांद्रा में आठ मंजिली गैलेक्सी अपार्टमेंट्स में रहने लगे। शाहरुख के पास मन्नत के अलावा मुंबई, दिल्ली, अलीबॉग और लॉस एंजिल्स, लंदन, दुबई में भी प्रॉपर्टी है।
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