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गारी गीत : सनन-सनन बहे पुरवईया सखि हे

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हमसे वाट्सएप से जुड़िए https://whatsapp.com/channel/0029VaNLx3XCRs1fvrDml50o श्रीराम-सीता विवाह पर आधारित यह गीत बड़ा ही मोहक है। मिथिला में प्रभु का स्वागत हो रहा है। जगतपिता राम और...

गुरुद्वारा दमदमा साहब का इतिहास

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यह स्थान गुरु गोविंद सिंह जी की यादगार है। यह हुमायूं के मकबरे की ऐन पुश्त पर मकबरे से मिला हुआ है। इमारत छोटी-सी...

मुगल काल की दिल्ली : निधन के समय शाहजहां के खजाने में थी इतनी...

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1526 ई. की पानीपत की लड़ाई और लोदी खानदान की बरबादी के बाद, हिंदुस्तान की सल्तनत मुगलों के हाथ आ गई, जिसका पहला बादशाह...

मुगल काल की दिल्ली : मकबरा खानखाना (1626 ई.)

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फाहिम के मकबरे के पास ही उस सड़क की दाहिनी ओर जो हुमायूँ के मकबरे से बारह पुले को जाती है, और निजामुद्दीन-मथुरा रोड...

इस कारण पैदल चलकर कलकत्ता विश्वविद्यालय पहुंचे लाला मुकुंदलाल माथुर

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लाला मुकुंदलाल माथुर (Lala Mukundlal mathur)का शुमार दिल्ली की गिनी-चुनी हस्तियों में होता था। बहुत जहीन और बड़ी खूबियों के मालिक थे। दिल्ली में...

मुगल काल की दिल्ली : मकबरा फहीम खां वा नीला बुर्ज (1624 ई.)

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हुमायूं के मकबरे की पूर्वी दीवार के बाहर एक टूटा-फूटा नीला गुंबद खड़ा है, जिसे हज्जाम का गुंबद भी कहते हैं। संभवतः यह खानखाना...

धर्मेंद्र की फिल्में, गाने सुनते हुए लजीज जायके खाने का ठिकाना है कनॉट प्लेस...

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हाइलाइट्स सीपी के इस रेस्तरां में खाने के लिए लगती हैं लंबी लाइनधर्मेंद्र की फिल्मों के गाने जायके को और लजीज बना देते हैंफिल्म शोले...

दिल्ली के बच्चे खेलते थे ये खेल, आंख मिचौली, कोड़ा-जमालशाही पसंदीदा

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अंग्रेजों ने परेड ग्राउंड पर बने मकानों को गिराकर बनाया प्ले ग्राउंड क्या 'मीर' तू रोता है पामालि-ए-दिल ही को इन लौंडों ने तो दिल्ली सब...

दिल्ली के दो अखबारों से समझिए 1852 में अंग्रेजों और मुगलों के बीच की...

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1852 में हालात यह थे कि हालांकि मुगल और अंग्रेज एक ही शहर में रह रहे थे और अक्सर एक दूसरे के नज़दीक रह...

1857 की क्रांति: क्रांतिकारियों ने अंग्रेजी सैनिकों के छुडाए छक्के, रिज पर वापस भेजा

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1857 की क्रांति: दूसरे दल का नेतृत्व थियो कर रहा था। जिसमें ज्यादातर गोरखा सिपाही थे। वह उन्हें पीछे की गलियों से निकालता जामा...

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