दिल्ली
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बाल कहानी : बेईमान कौवा
बच्चे नानी मां को घेरे बैठे थे और गुजारिश कर रहे थे कि कोई कहानी सुनाओ। नानी मां बोली, 'एक थी मैना एक था...
बौने और राजा की कहानी, Baune aur raja ki kahanee
दादी मां कहानी सुनाने से पहले बच्चों को यह गीत सुनाती-
सरकंडे की दो गाड़ियां
उनमें मेंढक जोते जाएं
राजा मारी पोदनी हम वीर बसावन जाएं
"हां तो...
दिल्ली में दादी-नानी सुनाती हैं ये बाल कहानी: अक्लमंद हाथी
एक कहानी गो गो रानी हमको दुद्धा तुमको पानी
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दिल्ली की घरेलू जिन्दगी में कहानियों और पहेलियों का एक विशेष महत्त्व था।...
पतंग का इतिहास, भूत-प्रेत से लेकर इश्क तक से जुड़ी कहानियां
पतंग शब्द उड़ने वाली चीज के लिए इस्तेमाल होता था। इस्लामी काल में पतंग के साथ 'बाजी' शब्द जोड़कर पतंगबाजी किया गया फ़ारसी में...
लाल किले के अंदर इस जगह बादशाह उड़ाते थे पतंग
मुंशी फोया भी बड़े मशहूर पतंगबाज थे। एक ही वक़्त में पांच-पांच पतंगें अपनी पांचों उंगलियों में उनकी अलग-अलग डोर बांधकर उड़ाते थे। अक्सर...
दिल्ली के पतंगबाज मिर्जा चपाती, यमुना में तैरकर पहुंचे आगरा
दिल्ली में नामी पतंगबाजों की कमी नहीं थी मगर मिर्जा चपाती का तो जवाब नहीं था। वह एक बाकमाल पतंगबाज थे। शाह आलम के...
कभी लखनऊ और दिल्ली के बीच खूब होती थी पतंग प्रतियोगिता, 5 रुपये होता...
दिल्ली के अलावा पतंगबाजी का दूसरा मशहूर केंद्र लखनऊ था। वहां के उस्ताद दिल्ली आकर दिल्ली के उस्तादों के मुकाबिलों में पेंच लड़ाते थे।...
कभी दिल्ली में प्रेमी-प्रेमिकाओं की आवाज थी पतंगे
एक कहानी मैं कहूं, सुन ले मेरे पूत
बिना परों के उड़ गया बांध गले में सूत
बूझो तो जानें, किसी ने कहा और बच्चों ने...
दिल्ली, कबूतरबाजी और एक से बढ़कर एक कहानियां
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली
दिल्ली के कबूतरबाज उड़ान में दूसरे कबूतरबाजों से शर्तें भी लगाते थे। अगर किसी कबूतरबाज का कबूतर किसी दूसरे की टुकड़ी...
कबूतर पालने का इतिहास, दिल्ली में कैसे लोकप्रिय हुआ कबूतरबाजी
एक समय संदेश भेजने के लिए सबसे विश्वसनीय समझे जाते थे कबूतर
दी यंगिस्तान, नई दिल्ली
इंसान ने कबूतर को हमेशा दो मकसदों से पाला है।...