दिल्ली
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मुगल काल की दिल्ली : चौंसठ खंभा (1624 ई.)
आजम खां के मकबरे से कोई बीस गज के अंतर पर उसके लड़के मिर्जा अजीज कुकलताश का शव दफन है, जो अकबर का दूध...
दिल्ली के बच्चों को बहुत पसंद है सुरंग लाल घोड़ी खेल
दिल्ली के बच्चों का पसंदीदा खेल
दिल्ली के बच्चों के पसंदीदा खेल की यह तीसरी कड़ी है। इसमें हम आपको सुरंग लाल घोड़ी, चम्मो रानी...
1857 की क्रांति: क्रांतिकारियों की बारी प्रणाली, जिससे अंग्रेज हो गए थे पस्त
क्रांतिकारियों ने कैसे अंग्रेजी फौजों को चारो तरफ से घेरा
1857 की क्रांति: बादशाह बहादुर शाह जफर ने बरेली फौज के बख्त खां को...
आजादी के बाद दिल्ली में कैसे मनाई जाती थी होली
Holi 2024: आजादी के बाद दिल्ली में होली का त्योहार मनाने के रिवाज में काफी बदलाव आया है। देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र...
कहानी खुशनवीसों की, जिनके लिखे खत राजा-महाराजा संभाल कर रखते थे
1893 ई. में फ़ारसी के स्थान पर उर्दू सरकारी भाषा के रूप में प्रयुक्त होने लगी। इससे उर्दू का स्तर ऊंचा हो गया और...
दिल्ली में मुगलई जायके का इतिहास The History of Mughal Cuisine
कहीं पराठे की खुशबू तो कहीं चिकन बिरयानी की महक। हवा में घुलती सीक कबाब और तंदूर की सुगंध का तो कहना ही क्या।...
कभी दिल्ली की अरावली की पहाड़ियों से दिखता था हिमालय Delhi Aravali Hills
दिल्ली में कभी हिमालय (himalaya mountain) से भी ऊंची पर्वतमालाओं की श्रृंखला हुआ करती थी, जिसका फैलाव गुजरात तक हुआ करता था। लेकिन आज...
1857 की क्रांति: आखिरी लड़ाई के लिए तैयार हो जाओ….
1857 की क्रांति: अंग्रेज शहर में दाखिल हो गए थे। बागी सिपाही उनका मुकाबला कर रहे थे। कमांडर मिर्जा मुगल ने शारे शहर में...
दिल्ली 6 में रोधग्राम गली के बावर्चियों की बात ही निराली है
मुगलई जायका पकाने में माहिर हैं बावर्ची
दिल्ली छह (delhi 6) की गलियों में कुछ रवायतें ऐसी हैं जो पीढ़ी दर पीढ़ी बदस्तूर चली आ...
फूलवालाें की सैर का इतिहास (पार्ट-3)
महरौली में महीनों पहले से ठहरने के बंदोबस्त किए होते। मकान, कोठे, कोठरियाँ, बाग़-बगीचें सब आबाद हो जाते। तिल धरने को जगह न रहती।...