दिल्ली

Home दिल्ली Page 29
इस सेक्शन में पढें Delhi,new delhi,Delhi History,delhi university,jac delhi,capital of delhi,iit delhi mtech,laxhmi nagar,dhula kuan,delhi aiims,sadar bazar delhi,pincode of delhi, delhi chor bazar,delhi news, delhi news in hindi, delhi news hindi, latest delhi news, दिल्ली न्यूज़, दिल्ली समाचार, दिल्ली की खबरें,

दिल्ली में दिन के इस समय सजती थी महफिलें

0
मुगलिया दौर में दिल्ली की रौनक शाम को पांच बजे के बाद फिर से शुरू हो जाती। सबसे पहले भिश्ती निकलते जो अपनी चमड़े...

दिल्ली की गर्मी से कैसे बचते थे ब्रितानी और मुगल

0
दिल्ली में साल के सात महीने गर्मी की वजह से तीन घंटे के लिए सारी सड़कें खाली हो जातीं। जैसे एक झुलसती सफ़ेद आधी...

वह मुगल बादशाह जो पढ़ने से भागता था

0
1850 में उर्दू शायरों की जिंदगी का एक शब्दकोश “गुलिस्ताने शायरी” प्रकाशित हुआ था जिसमें कम से कम पचास ज़फ़र के अपने खानदान से...

दिल्ली में पढ़ने के लिए 53 मील पैदल चले शायर अल्ताफ हुसैन हाली

0
दिल्ली में पढ़ने के लिए 53 मील पैदल चले शायर अल्ताफ हुसैन हाली दिल्ली के शिक्षण संस्थानों मदरसों की शोहरत इस कदर थी कि नौजवान...

ब्रिटिशर्स और मुगलों के रहन-सहन में था यह अंतर

0
1850 के दशक के शुरू के सालों में ऐसा लगता था जैसे मुगल और अंग्रेज़ न सिर्फ दो दुनियाओं में रहते थे बल्कि अलग-अलग...

दिल्ली का पहला सेंट जेम्स चर्च बनाने वाले जेम्स स्किनर से ब्रितानिया अधिकारी क्यों...

0
जेम्स स्किनर एक स्कॉट सिपाही हर्कुलिस स्किनर का बेटा था जो खुद मोंट्रोज के प्रोवोस्ट का बेटा था। जेम्स की मां राजपूतानी थीं, 'भोजपुर...

मुगल दौर के अखबारों में छपने वाले विज्ञापनों को पढकर नहीं रोक पाएंगे अपनी...

0
दिल्ली में मुगल शासन काल में डेल्ही गैजेट अखबार चर्चित था। इस अखबार का दिल अपने पढ़ने वालों और बेचैन संपादक जॉर्ज वैगनट्राइबर की...

दिल्ली में पहली बार लगे सर्कस की अखबारों ने इस तरह की रिपोर्टिंग

0
मुगल शासन में इस अखबार की बोलती थी तू ती मुगल शासन काल में डेल्ही गैजेट का ध्यान अंग्रेजों की तरफ था जो हमेशा...

आखिर क्यों चर्चित था मुगल दौर का देहली उर्दू अखबार

0
मुगल शासन काल में इस पत्रकार ने की निर्भीक पत्रकारिता मौलवी मोहम्मद बाकर दिल्ली के रहने वाले थे। उन्होंने दिल्ली कॉलेज में शिक्षा पाई...

दिल्ली के दो अखबारों से समझिए 1852 में अंग्रेजों और मुगलों के बीच की...

0
1852 में हालात यह थे कि हालांकि मुगल और अंग्रेज एक ही शहर में रह रहे थे और अक्सर एक दूसरे के नज़दीक रह...

Don't Miss